नगरा, बलिया. भाजपा के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा है कि गेंहू के एमएसपी में 50 रुपये की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है और सिर्फ इतनी वृद्धि किसानों के साथ नाइंसाफी है. उनका कहना था कि किसान की खेती पहले से ही घाटे में है, महंगाई से और घाटे में चली जाएगी. पूर्व विधायक ने नगरा में मीडिया से बातचीत यह बातें कहीं.
पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह का कहना था कि डीजल 57 रू. प्रति लीटर से बढ़कर 80 रू से उपर चला गया है. खाद भी महंगी हो गई है. किसान फसल की सिंचाई के लिए महंगे दामों पर पानी भी खरीद रहा है. किसानों की फसल की लागत को जोड़ दिया जाए तो सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी पर फसल बिकने बाद भी घाटा लग रहा है. उन्होंने कहा कि धान के समय में 80 फीसद किसान अपने धान को बिचौलियों के यहां 1200 से 1400 रू प्रति क्विंटल बेंचे है. कुछ ही किसानों की खरीद धान क्रय केंद्रों पर हुई है. जिन किसानों ने बिचौलियों को अपनी फसल बेची है,उन्हें अभी तक पैसा भी नहीं मिला है. इस बार किसानों के साथ नाइंसाफी न हो, इसको ध्यान में रखते हुए वह शीघ्र ही जिलाधिकारी से मिलेंगे.
उन्होंने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि किसी भी सीएचसी-पीएचसी पर कोई सर्जन तथा विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है. चिकित्सको के अभाव में लोग प्राइवेट अस्पतालो में उपचार हेतु भाग रहे है. जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ होने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
पुलिसिंग पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि रसड़ा कोतवाली क्षेत्र में 28 नवम्बर 2019 को एक महिला व गड़वार थाना क्षेत्र के एक गांव में एक पखवाड़े पहले किशोरी से हुई गैंगरेप की घटना में पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहा है. वह समझ नहीं पा रहा हैं कि आखिर सच्चाई उपर तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)