दुबेछपरा रिंग बंधा: स्थिति पूरी तरह नियन्त्रण में, लगातर हो रहा बंधा सुरक्षा कार्य

बैरिया/रामगढ़(बलिया)। दुबेछपरा रिंग बन्धे पर छाया खतरा लगभग टल चुका है. बुधवार को दोपहर खतरे के शुरुआत के साथ ही बंधा बचाने का कार्य शुरू हो गया. तब जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, बाढ़ विभाग, सिंचाई विभाग तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग सब पहुंचे और बंधा बचाव का कार्य तेजी से होने लगा. शाम के समय विधायक सुरेन्द्र सिंह अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और बोरियों में ईंट के टुकड़े भर कर क्षतिग्रस्त हुए और हो रहे बंधे को बचाने के लिए लोहे की जालियों में फेंक रहे लोगों का आगे बढ़कर हाथ बटाने लगे. यह देख उनके साथ काफी संख्या में लोग जब तक विधायक वहां रहे काम में हाथ बंटाए.

बेचैनी में कटी रात
उधर गोपालपुर, दुबेछपरा व उदईछपरा छपरा के ग्रामीणों को रात भर नींद नहीं आई. बेचैनी में लोग बंधे का हाल लेते रहे. एसडीएम बच्चा लाल दुबे, क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार, तहसीलदार गुलाब चन्द्रा, एसएचओ गगन राज सिंह, बाढ व सिंचाई विभाग के अभियन्ता पूरी रात बंधे पर रुक कर बंधा के सुरक्षा का कार्य कराते रहे.

पहुंचे दोनो सांसद, जाना हाल, दिया भरोसा

आज सुबह माननीय लोगों का भी बंधे के डेंजर स्थल पर आगमन हुआ. सबसे पहले पहुंचने वालों में राज्यसभा सांसद नीरज शेखर अपने सहयोगियों के साथ पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले एसडीएम, तहसीलदार, बाढ़ व सिंचाई विभाग के लोगों से बंधे की स्थिति के बारे में जानकारी ली. स्थिति नियन्त्रण में होने की बात सुनने के बाद वह वहां के लोगों से मिले. लोगों ने बंधा निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी व शिकायतों को नजर अंदाज करने की बात कही. सांसद नीरज शेखर ने भी बंधे के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी पर आक्रोश जाहिर करते हुए उसकी आगे जांच कराने तथा मौजूदा आपदा से निपटने व आगे से शेष काम को मानक के अनुरूप कराने के लिए गम्भीरता बरतने की बात दूरभाष से जिलाधिकारी से की.

सांसद नीरज शेखर के जाने के कुछ ही देर बाद बलिया सांसद भरत सिंह अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच हालात का जायजा लिए. वहां उपस्थित लोगों ने सांसद भरत सिंह के सामने वही गुणवत्ता में खामी की बात दुहराई. सांसद भरत सिह ने लोगों को बताया कि इस मामले में मैं मुख्यमंत्री व सम्बन्धित मन्त्रियों व अधिकारियों को बता चुका हूँ. जांच व दोषियों पर कार्यवाही आगे जरूर होगी. पहले यह जो समस्या आई है सामने, वह तो टाला जाय. यह जब टल जाता है तो आगे के होने वाले कार्यों पर आप लोग खुद निगरानी करते रहें. आपकी शिकायतें गम्भीरता से सुनी जाएगी.

विधायक ने बांध सुरक्षा में लगे श्रमिकों का हाथ बंटाया, देख सैकड़ो युवकों ने साथ-साथ किया श्रमदान

सांसद भरत सिंह के जाने के कुछ ही देर बाद विधायक सुरेन्द्र सिंह भी वहां पहुंचे. विधायक ने रात में ही सोशल साइट्स पर आपदा के मामले में ईश्वर के अलावा किसी का वश न होने की बात कह बंधा निर्माण मे किसी भी त्रुटि को अपनी कमी और नैतिक जिम्मेदारी मानने की बात की थी. गुरूवार को पहुंच कर अधिकारियों से कुछ देर बात करने के बाद सीमेंट की बोरियों में टुकड़ा भरने व उसे उठा कर फेंकने में वहां लगे श्रमिकों के काम मे हाथ बंटाने लगे. यह देख वहां सैकड़ो की संख्या में बोरियों में ईंट भरने, श्रमिकों के सिर पर उठाने तथा खुद भी उठा कर कटान स्थल पर डालने में ढाई तीन घंटे तक श्रमदान किए.

ग्रामीणों का कयास, टला खतरा

फिलहाल समाचार लिखे जाने तक स्थिति पूरी तरह नियन्त्रण में है. ग्रामीण जो गंगा के जल के बैकरोल करने से पानी में उठने वाले गाज को खतरे का संकेत बता रहे थे, वहां अब कंकड़ व टुकड़े भरी बोरियां दिखने लगी है. गाज नही उठ रहा है, जिसे ग्रामीण खतरा टलने का संकेत मान निश्चिंत हुए. उनका मानना है कि अब अगर 20-30 सेमी से ज्यादा पानी बढ़ा तभी दिक्कत है. जिसके आसार अब नहीं दिखते. जबकि सुरक्षा कार्य जारी है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’