बाढ़ पीड़ितों ने एम्बुलेंस और दवा की मांग की

बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने मंगलवार को विभिन्न बाढ़ राहत शिविरों का जायजा लिया. इस दौरान पीड़ितों से मिलकर उनका हाल जाना. पीड़ितों ने जिन जरूरी सामग्री की मांग की, उसे उपलब्ध कराने का निर्देश सम्बन्घित एसडीएम व तहसीलदार व अन्य मातहतों को दिया.

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जिलाधिकारी ने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय सागरपाली में राहत शिविर का निरीक्षण किया. वहां लेखपाल ही नदारद थे. वहां मौजूद मेडिकल टीम से दवाओं की उपलब्धता आदि के संबंध में पूछताछ की. लोगों ने एम्बुलेंस और चर्म रोग की दवा की व्यवस्था कराने की मांग की. जिलाधिकारी ने इसके लिए सीएमओ को निर्देशित किया. लोगों से बताया कि यहां पर भी एनडीआरएफ की टीम लगाई जा रही है. इसके बाद जिलाधिकारी यमुना राम डिग्री कालेज में बने राहत शिविर पर गये. इस राहत शिविर में 100 घर के करीब साढ़े तीन सौ लोग रह रहे हैं. प्रभावित लोगों ने बताया कि खाना मिलता है. प्रकाश, दवा, तिरपाल, मिट्टी तेल की भी व्यवस्था कराने की मांग की. जिलाधिकारी ने इसके लिए एसडीएम सदर को निर्देशित किया.

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इसके बाद जिलाधिकारी नरहीं से आगे बैरिया बन्धे के पास गये. वहां शाहपुर बभनौली के लोगों से मिले. बताया गया कि आज दस हजार पैकेट बंटेगा. सोमवार को गंगहरा, कुल्हड़िया, तेतारपुर, उमरपुर दियरा में पांच हजार पैकेट बंटे थे. जिलाधिकारी ने यहां भी तिरपाल बंटवाने का निर्देश एसडीएम को दिया.

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जिलाधिकारी कमला देवी बाजोरिया डिग्री कालेज पर बने राहत शिविर पर गये. प्रभावित लोगों ने और नाव व दवा, पशुओं के लिए चारा आदि व्यवस्था की मांग की. जिलाधिकारी ने सम्बन्धित मातहतों को इसकी व्यवस्था करने का निर्देश दिया. बेलहरी ब्लाक क्षेत्र के बघउंच गांव में गए तो बन्धे पर ग्राम प्रधान संतोष सिंह द्वारा स्थापित बाढ़ राहत सेवा शिविर में प्रभावित लोगों के लिए भोजन आदि बन रहा था. प्रधान ने बताया कि सोमवार को पांच कुंतल जलेबी और एक हजार भोजन के पैकेट वितरित किया गया है. मंगलवार को 1500 पैकेट बांटने की व्यवस्था है.

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जिलाधिकारी ने प्रधान व उनके साथियों को इस पुनीत कार्य के लिए सराहना की. उन्होंने डीपीआरओ को फोन कर निर्देश दिया कि अन्य ग्राम प्रधानों को भी इस पुनीत कार्य में आगे आकर प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित करें. जिलाधिकारी रामनाथ पाठक इण्टर कालेज मुरारपट्टी राहत शिविर पहुंचे. यहां पर करीब 35 परिवार रह रहे है. उन्होंने भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश एसडीएम व तहसीलदार को दिया. इसके बाद टेंगरहीं बंधे पर स्थित लगन टोला गांव पहुंचे तो प्रभावित लोगों ने नाव व टेंट को बढ़ाने की मांग की. डीएम ने इसकी व्यवस्था कराने के साथ बंधे पर भी रह रहे लोगों को खाना पहुंचाने को कहा.

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