
बैरिया (बलिया)। पीएन इण्टर कालेज दुबेछपरा के लिए शनिवार का दिन खास रहा. हो भी क्यों न भारत सरकार ने 21 साल बाद इस कालेज के छात्र रह चुके बीएसएफ जवान अमर शहीद परमहंस यादव को शहीद का दर्जा देने के साथ ही पीपीएमजी मैडल से सम्मानित करने की घोषणा जो की है.
साथ ही जिस विद्यालय से अमर शहीद ने पढाई की उस विद्यालय में उनकै चित्र को लगाने का फैसला लिया है. ताकि विद्यालय के विद्यार्थी अपने विद्यालय के छात्र रह चुकेजांबाज के अदम्य साहस व बलिदान से प्रेरणा ले सकें.
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शनिवार को सुबह कालेज का गेट खुलते ही बैरिया कोतवाल अतुल राय अपने सहयोगियों व तीन बीएसएफ जवानो के साथ इण्टर कालेज दुबेछपरा पहुँचे. प्रभारी प्रधानाचार्य व शिक्षको को भारत सरकार की मंशा बताए. खबर सुनते ही कालेज परिसर में उत्साह की लहरें उठ गयी.
इस अवसर पर अमर शहीद परमहंस की माताजी कुसुमा देवी को भी बुला लिया गया. बीएसएफ जवानों ने शहीद परमहंस यादव की तस्वीर विद्यालय में लगाई. तब तक पड़ोसी गांव से काफी संख्या मे इस विद्यालय के पूर्व छात्र जुट गये.
कोतवाल अतुल राय व उनके सहयोगी तथा बीएसएफ जवानों ने अमर शहीद के सम्मान मे सैल्यूट किया. छात्र अमर शहीद परमहंस यादव अमर रहे के नारे लगाए. कालेज परिसर का कण कण गौरव से भर उठा. इस अवसर पर आये बीएसएफ जवानों ने बताया कि शहीद जवान परमहंस पुत्र स्व केदार नाथ यादव जम्मू-काश्मीर में तैनात थे. 16 सितम्बर 1996 को इनकी टीम कूपवाड़ा के बटपूरा मे शाम के समय पेट्रोलिंग कर रही थी. उसी दौरान एक आतंकवादी इनकी पार्टी पर हैण्ड ग्रेनेड फेंकने ही वाला थी कि नजर पड़ते ही परमहंस उस पर झपट पड़े. गुत्थमगुत्था में वह आतंकवादी ग्रेनेड तो नहीं फेंक पाया. लेकिन कुछ दूरी पर एक घर के आड़ मे छिपा दूसरा आतंकवादी ने इन पर गोलियों की बौछार झोंक दी. गोली इनके सिर पर लगी, और यह वीरगति को प्राप्त हुए. भारत सरकार ने इन्हे शहीद का दर्जा देने के साथ ही पीपीएमजी मैडल के लिए चयनित किया है.
विद्यालय के छात्र रह चुके देश के जवान के वीरता की बातें सुन छात्र व शिक्षक सभी गौरवान्वित हुए. पीएन इण्टर कालेज में शहिद को श्रद्धांजलि दी गयी. विद्यालय परिवार, कोतवाल अतुल राय व बीएसएफ जवानों ने शहीद परमहंस के माताजी को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया. इस अवसर पर बीएसफ के जवान व अधिकारी, कोतवाल बैरिया अतुल राय, प्रवक्ता सुधान्शु मिश्रा, बिनोद शंकर तिवारी, अंजनी कुमार पाण्डेय, रमाकांत पाण्डेय, राकेश तिवारी सहित शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी तथा छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे.