आंधी-पानी का जरा भी झोंका नहीं झेल पाती है ‘बिल्थरारोड की बिजली’

बिल्थरारोड ( बलिया)। स्थानीय तहसील क्षेत्र में आए दिन आंधी पानी आने पर पूरे तहसील क्षेत्र की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो जा रही है. इसका मुख्य कारण बिल्थरारोड में 132 केवीए का सबस्टेशन का न होना माना जा रहा है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा जिले के प्रभारी मंत्री भी है. प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार जिला योजना में होने वाली बैठक में बिल्थरारोड की विद्युत् दुर्व्यवस्था के प्रति मंत्री जी कितना गम्भीर होते है या नहीं. क्षेत्र की जनता  बिल्थरारोड में 132 केवीए का विद्युत् सबस्टेशन की स्वीकृति प्रदान के लिए आशा भरी निगाहों से देख रहे है.

ज्ञात हो कि बेल्थरारोड तहसील क्षेत्र के अन्दर पड़ने वाले आधा दर्जन से अधिक विद्युत् उपकेन्द्र हैं. जिनमे विद्युत् सबस्टेशन रजईपुर व पशुहारी कसारा मऊ से जुड़ा हुआ है, जबकि अवाया शहरी व ग्रामीण विद्युत् उपकेन्द्र करमौता सबस्टेशन से तथा नगरा व तुर्तीपार नहर पम्प कैनाल को रसड़ा 132 केवीए सबस्टेशन से विद्युत् आपूर्ति मिलती है. तहसील क्षेत्र से तीनों 132 केवीए सबस्टेशनों की दूरी लगभग 35 से 40 किलोमीटर है. लम्बी दूरी होने के कारण आये दिन तार व विद्युत् पोल टूटते रहते हैं. इसके चलते क्षेत्र में विद्युत् आपूर्ति व्यवस्था ख़राब रहती है और लोगो को जलालत झेलनी पड़ती है.

वहीँ टाउन क्षेत्र के लिये अलग से स्थापित सब स्टेशन के लिए अलग से सड़क के किनारे लगे विद्युत् पोलों के तार पेड़ों से टकराकर टूटते रहते हैं. जिससे विद्युत् आपूर्ति व्यवस्था आये दिन ख़राब रहती है. क्षेत्रीय लोग का कहना है कि आज प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और विधायक धनञ्जय कनौजिया भी बीजेपी के विधायक है. बृहस्पतिवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा की अध्यक्षता में होने वाली जिला योजना की बैठक में विधायक धनञ्जय कनौजिया द्वारा बिल्थरारोड में 132 केवीए का विद्युत् सबस्टेशन स्वीकृत कराने के लिये पुरजोर कोशिश करने की उम्मीद जता रहे हैं.

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