गहमर बवाल में 50 लाख की चपत, 15 गिरफ्तार

गाजीपुर।  गहमर थाना में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपितों के खिलाफ रासुका, गैंगेस्टर, डकैती, लूटपाट व अन्य अपराधिक धाराओं के तहत कार्रवाई की जायेगी. पुलिस कप्तान सुभाषचंद्र दूबे ने सोमवार को पुलिस लाइन में मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते हुए यह जानकारी दी.

पुलिस कप्तान सुभाषचंद्र दूबे ने मीडियाकर्मियों के समक्ष 15 गिरफ्तार आरोपितों को पेश करते हुए कहा कि किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जायेगी, लेकिन यह भी तय है कि जो लोग इस बवाल में शामिल हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से दो—तीन दिनों का समय दिया गया है, अन्य आरोपित भी खुद को सरेंडर कर दें. गहमर गांव में सीसी कैमरे के फुटेज में चिहिृत आरोपियों का पोस्टर बनवाकर चस्पा कराया जायेगा और ग्रामीणों से अपील की जायेगी कि वह आरोपितों को गिरफ्तार कराने में सहयोग करें.

पुलिस कप्तान ने कहा, यदि ऐसा नहीं होता है तो पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई करेगी. गिरफ्तार 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करके आठ मार्च तक जेल भेज दिया जायेगा. अराजक तत्वों के तांडव के कारण लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. आरोपितों के घर पर नोटिस भेजकर इसकी बकायदे रिकवरी की जायेगी. जरूरत पड़ी तो उनकी संपत्ति कुर्की कराने की प्रक्रिया अपनाई जायेगी. एसपी ने कहा कि गुंडों की श्रेणी दो प्रकार की होती है. एक गुंडे होते हैं और दूसरे महागुंडे होते हैं. थाना पुलिस का घर होता है आरोपियों ने थाना फूंककर पुलिस का घर फूंकने का काम किया है.

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एसपी ने यह भी कहा कि इस पूरी घटना को पूरी तरह से सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया है. गहमर बवाल के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत सिंह पुत्र धनंजय सिंह, विकास कुमार सिंह पुत्र रामप्रवेश सिंह, विवेक कुमार सिंह पुत्र प्रेमनारायण सिंह, हरेंद्र सिंह पुत्र अनंत सिंह, राम सिंह पुत्र विश्वनाथ सिंह, मुनेश्वर सिंह उर्फ बाउल पुत्र विश्वनाथ सिंह, पवन सिंह पुत्र ध्रुव सिंह, रोहित सिंह पुत्र योगेंद्र सिंह, प्रवीण सिंह पुत्र ध्रुव सिंह, दिलीप भारती पुत्र जयगोपाल राम, अमित सिंह पुत्र अरविंद सिंह, चंदन सिंह पुत्र रमाशंकर सिंह, बद्री राम पुत्र विश्राम राम, राजेश कुमार सिंह उफ्र पिंटू पुत्र जंगबहादुर सिंह उर्फ विक्रमा शामिल हैं.

वहीं दो पकड़े गये लोगों को संदेह का लाभ देते हुए सुनील सिंह पुत्र आनंद सिंह व विवेक सिंह पुत्र राजकिशोर को छोड़ दिया गया. सुनील सिंह मध्य प्रदेश में सर्विस करते हैं, जब पुलिस उनको हिरासत में ली तो उनके बच्चों ने खुद एसपी को काल करके कहा कि उनके पिता निर्दोष हैं. बाद में एसपी की ओर से सीसी कैमरे के फुटेज की गहराई से जांच कराई गई, तो सुनील सिंह नजर नहीं आये. लिहाजा उन्हें छोड़ दिया गया. बता दें कि गहमर बवाल के मामले में पुलिस की ओर से कुल 25 नामजद व सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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