


दो घाट और कपड़ा बदलने के स्थान बढ़ाए गए
मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन के जाने पर प्रतिबंध
सुरक्षा के मद्देनजर मोटर वोट भी नहीं चलेंगे

इलाहाबाद। 27 जनवरी को मौनी अमावस्या का नहान है. जिला प्रशासन का अनुमान है कि इस दिन 1.5 करोड़ श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाएंगे. भारी भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन ने सुविधाओं को बढ़ाते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है. जिलाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि वर्तमान में घाटों की संख्या 17 है, दो और घाट बढ़ाए गए हैं. एक घाट संगम नोज पर और दूसरा त्रिवेणी व काली घाट के बीच में होगा. कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग रूम की संख्या बढ़ाकर 35 कर दी गई है. रात में स्नान करने में कोई दिक्कत न हो इसलिए पांच हाई मास्क और लगाए जायेंगे.
गंगा, यमुना और संगम के पास बैरिकेटिंग की गई है, जिसके उस पार कोई स्नानार्थी न जाने पाए. बैरिकेटिंग पर गहरे पानी का चेतावनी भी लिखा रहेगा. इसके अलावा जल पुलिस किसी भी हादसे को रोकने के लिए सतर्क रहेगी. भूले-भटकों को परिवार से मिलाने के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं. प्रयास होगा कि स्नानार्थी घाट के सबसे नजदीकी स्थान तक आसानी से पहुंच जाएं. भीड़ को देखते हुए किसी भी वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. रेलवे और रोडवेज ने भी भीड़ से निपटने के लिए अतिरिक्त बोगी, ट्रेन और बस के इंतजाम किए हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि 26 जनवरी, स्नान और चुनाव को देखते हुए समग्रता में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की निगाह रहेगी.