राम का नाम ही कलयुग में भव पार करने के लिए पर्याप्त

बैरिया (बलिया)। संत सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ मेले में एक सप्ताह तक चले श्री राम कथा के अंतिम दिन शुक्रवार को प्रवचन सुनने पहुंचे धर्मानुरागी नर-नारियों को संबोधित करते हुए पंडित विजय नारायण शरण जी ने कहा कि भगवान श्री राम का नाम इस कलयुग में भव पार करने के लिए पर्याप्त हैं.

कहा भी गया है कि कलयुग केवल नाम अधारा अर्थात इस युग में भगवान के नाम के सहारे ही मनुष्य का जीवन पार हो सकता है. जहां तक संभव हो राम का नाम स्मरण करते रहिए. अगर यह नाम बराबर आपके मन-मस्तिष्क पर घूमता रहा तो आप बुराइयों से बच सकते हैं. परनिंदा से बचेंगे और अच्छे कामों के लिए अग्रसर होंगे. गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस का जहां तक संभव हो पाठ करें और श्रीराम के चरित्र का गुणगान करें. संतों की बातें सुनना, उसका आचरण करना, सदा सत्य बोलने और संत महात्माओं द्वारा बताए गए मार्ग पर चलें. भगवान श्री राम के कथा का सुनने का यही महात्म है. इस अवसर पर अनेक कथा सुनाकर और भक्ति गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध किए. इस अवसर पर मेला प्रबंधक जनक दुलारी देवी, पूर्व प्रधान गौरी शंकर प्रसाद, मेला सह प्रबंधक संजू गुप्ता, व्यापारी नेता रोशन गुप्ता, विवेकानंद पाल, मिथिलेश सिंह, मुन्ना सोनी, मंगल मिश्र, गौतम भारती, अजय राम, विनोद प्रसाद, राजन सिंह हृदयानंद सिंह, नन्हे सिंह, संजय मिश्रा, स्वामी नाथ, काशीनाथ सहित काफी संख्या में धर्मानुरागी नर नारी उपस्थित रहें.