पूर्व प्रधान ग्राम भलुही की हत्या का पर्दाफाश, अभियुक्त गिरफ्तार

सुखपुरा, बलिया. स्थानीय थाना अंतर्गत भालू के पूर्व प्रधान हृदय नारायण सिंह की हत्या का पर्दाफाश हो गया है तथा अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका खुलासा पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने की है।

 

एसपी ने बताया कि 15 नवंबर, 2022 को सूचना मिली थी कि ग्राम भलुही में पूर्व प्रधान हृदयनारायण सिंह का अपने घर के बरामदे में सोते हुए थे। रात्रि में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी। इसके सम्बन्ध मे मृतक के पुत्र इन्द्रपाल सिंह द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 214/22 धारा 302 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। मृतक हृदयनारायण सिंह के शव को थाना सुखपुरा पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया था।

 

इस गम्भीर अपराधिक कृत्य के अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में 05 टीमों का गठन किया गया। विवेचना के दौरान मुन्ना राजभर पुत्र छोटक राजभर सा० भलुही थाना सुखपुरा जनपद बलिया का नाम प्रकाश में आया जिसकी गिरफ्तारी तथा आलाकत्ल की बरामदगी हेतु लगातार दबिश दी जा रही थी। 26/27.11.2022 की रात्रि मे मुखबीर खास से सूचना प्राप्त हुई कि प्रकाश में आये अभियुक्त मुन्ना राजभर उपरोक्त हत्या में प्रयुक्त दाव/चापड़ को साथ लेकर छिपाने के उद्देश्य से ग्राम भलुही से बचेवा रोड के रास्ते से होकर जाने वाला है।

 

इस सूचना पर प्र०नि० मय हमराहियान के रवाना होकर बधेवा रोड पर स्थित नन्दकिशोर के ट्यूबवेल पर बने कमरे की आड़ में छिपकर अभियुक्त मुन्ना राजभर उपरोक्त का इंतजार करने लगे। तभी कुछ देर मे एक ग्राम भलूही की तरफ से एक मोटरसाइकिल आती हुई दिखाई दी जिस पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था। मो०सा० नजदीक आने पर टार्च की रोशनी से उसे रोकने का इशारा किया गया तो उस व्यक्ति ने पीछे मुड़कर भागने की कोशिश करते हुए तमंचे से पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर करना शुरू कर दिया। आत्मरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा की गयी जवाबी कार्यवाही मे वह व्यक्ति जो अभियुक्त मुन्ना राजभर था घायल हो गया। जिसको हिकमत अमली से हिरासत पुलिस मे लेकर उपचार हेतु शीघ्र जिला चिकित्सालय बलिया रवाना किया गया है।
अभियुक्त मुन्ना राजभर ने पूछताछ में बताया कि मेरे तथा मेरे भाई दीनानाथ राजभर के बीच जमीन तथा पैसे सम्बन्धी विवाद चल रहा है। हम दोनों भाइयों के बीच उक्त विवाद सुलझाने हेतु कई बार पंचायत की गयी जिसमे पूर्व प्रधान हृदयनारायण सिंह मेरे भाई दीनानाथ का समर्थन करते थे तथा मेरा विवाद सुलझने नही दे रहे थे। जिससे मै काफी परेशान हो गया था। वर्ष 2019 में मैंने अपने साढू के भाई को मेरी पत्नी से छेड़छाड़ करने को लेकर चाकू मार दिया था जिसमे मेरे खिलाफ खेजुरी थाने मे मुकदमा लिखाया गया था। उस मामले मे भी पूर्व प्रधान हृदयनरायण द्वारा मेरे खिलाफ पैरवी कर मुझे जेल भेजवा दिया गया था।वर्ष 2020 में मेरे लड़के कृष्णा राजभर को भी चोरी के एक मुकदमे में पूर्व प्रधान हृदयनारायण ने जेल भेजवा दिया था। जिसके कारण मै पुर्व प्रधान हृदयनारायण सिहं से काफी प्रताड़ित था। मेरे मन में उसके प्रति बहुत ज्यादा खुन्नस थी मुझे लगता था मेरी सभी समस्याओं का मूल कारण हृदयनाराण ही है। इसी कारण मैंने हृदयनाराण की हत्या करने की योजना बनायी। 14/15.11 की रात्रि मे लगभग 12 बजे मैने अपने घर से धारदार हथियार दांव / चापड़ लोहे का लिया तथा हृदयनारायण सिंह के घर पर जाकर देखा तो हृदयनाराण सिंह घर के बाहर बने बरामदे में मच्छरदानी लगाकर सोते हुए मिला मैने अपने हाथ मे लिये दाव / चापड़ से पूर्व प्रधान हृदयनारायण सिंह के चेहरे एवं गर्दन पर वार कर हत्या कर दी।

(सुखपुरा से पंकज कुमार सिंह जुगनू की रिपोर्ट)

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