बलिया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से बुधवार को दीवानी न्यायालय सभागार में ‘विधिक सेवा दिवस‘ का आयोजन हुआ. गोष्ठी में 12 नवम्बर दिन शनिवार को आयोजित होने वाली लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक वादों के निस्तारण की जरूरत के बारे में चर्चा की गई.
कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला जज मु. असलम सहित अन्य न्यायिक अधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. सम्बोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि अधिक से अधिक वादों का निस्तारण ही लोक अदालत आयोजन का उद्देश्य है. इसमें अधिवक्ता गण की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की जरूरत है कि किसी भी बात को सभ्य तरीके से कहा जाए तो छोटे-छोटे विवाद पैदा ही नहीं होंगे. विधिक जानकारी के मामले में समाज शिक्षित होगा तो मुकदमे कम होंगे. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व सीजेएम मृदुल दूबे ने लोक अदालत को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की. अपर सत्र न्यायधीश मनोज राय ने कहा कि मुकदमों का बोझ हल्का करने के लिए हम सबको सकारात्मक भूमिका निभाने की जरूरत है. इस अवसर पर एसीजेएम राजमणि, सिविल बार, फौजदारी बार व जूनियर बार अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सहित अन्य न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ता गण मौजूद रहे. संचालन अपर जिला न्यायधीश व नोडल अधिकारी रत्नेश मणि त्रिपाठी ने किया.