बांसडीह, बलिया. भारत सरकार ने जहां युवाओं के लिए अग्निपथ योजना की न केवल घोषणा की, बल्कि ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. वहीं बलिया में युवाओं ने अग्निपथ के विरोध में पथराव सहित ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था. हालांकि जिला प्रशासन की सख्त रवैया से मामला शांत चल रहा है. ऐसे में अग्निपथ का विरोध थमते नहीं दिख रहा है.
कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ सोमवार को बांसडीह में अग्निपथ विरोध में सत्याग्रह बांसडीह विधानसभा के नेताओ द्वारा सत्याग्रह किया गया.
कांग्रेस जनों ने संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में घोषित अग्निपथ योजना को वापस लेने की सरकार से अपील करने यहां कांग्रेसी उपस्थित हैं. पुनीत ने कहा की सशस्त्र बलों की लंबे समय से चली आ रही परंपराओं और लोक को नष्ट करने और उनके मनोबल का अवमूल्यन करने के कारण पूरे देश में
व्यापक गुस्सा एवं विरोध है. केंद्र सरकार द्वारा बिना किसी व्यापक परामर्श के इस गलत नीति को जिस तरह से थोपा गया है, उससे बड़ी संख्या में वे तमाम युवक नाराज है. जो सशस्त्र बलों में शामिल होने का सपना देख रहे थे.
उन्होंने कहा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए लड़ने की अपनी गौरवपूर्ण विरासत को लेकर पहले दिन से ही इस योजना का विरोध किया. पार्टी ने इस संबंध में 20 जून को जंतर मंतर में शातिपूर्ण सत्याग्रह किया था. साथ ही सांसदों ने अग्निपथ के खिलाफ संसद से शातिपूर्ण मार्च निकाला. वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भारत के माननीय राष्ट्रपति को विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमे विवादास्पद योजना को लागू करने से पहले उस पर व्यापक विचार-विमर्श करने का अनुरोध किया गया था.
कांग्रेसियों का कहना है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ अपनी अडिग लड़ाई को जारी रखते हुए अब पार्टी विधानसभा स्तर पर विरोध करेगी.
इस अवसर पर सचिदानंद तिवारी, उमाशंकर पाठक, पुनीत पाठक,हरिकेन्द्र सिंह, सत्यम तिवारी,मुखिया पांडेय, अवनीश तिवारी, अभिषेक पाठक, शमशुल हक़, अतिउल्लाह ख़ान, कमलेश वर्मा, उमेश राजभर आदि मौजूद रहे.
(बांसडीह संवाददाता रवि शंकर पाण्डेय की रिपोर्ट)