कटहल नाले की सफाई के लिए मिले 90 लाख रुपए, फिर भी नहीं हुई सफाई

90 lakh rupees received for cleaning of Kathal drain, still no cleaning done
कटहल नाले की सफाई के लिए मिले 90 लाख रुपए, फिर भी नहीं हुई सफाई

 

बलिया.  शहर का कटहल नाला अपने बदहाल स्थिति पर आंसू बहा रहा है. बलिया की गंगा नदी को सुरहाताल से जोड़कर मैदानी इलाकों के लोगों को नया जीवन देने वाला कटहल नाला आज गंदगी और कचरे से कराह है. हालांकि इसकी सफाई के लिए चार ठेकेदारों को काम सौंपा गया था लेकिन दो ठेकेदार ने आधी-अधूरी सफाई कराई. और दो ठेकेदार ने तो काम ही आरंभ नहीं किया जिसे हालात और बदत्तर हो गई है.

कटहल नाला जिसका वास्तविक पुराना नाम कष्टहर नाल है अर्थात कष्ट को हरने वाला नाला. वास्तव में कटहल नाला का निर्माण जल जमाव एवं बाढ़ से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से कराया गया था. महावीर घाट से निकलकर शहर के पश्चिमी छोर से होते हुए सुरहाताल तक जाने वाला कटहर नाला का एक अपना अलग ही इतिहास है.

कभी इस नाले में लोग नहाते थे. साथ ही कपड़ा आदि धोने का काम होता था. आज स्थिति यह है कि उसके तरफ देखने का भी मन नही करता है. बाढ़ के दिनों में गंगा का पानी आने पर नाले के माध्यम से पानी सुरताल में जाता था. उधर घाघरा नदी में बाढ़ आने पर पानी सुरहाताल से होते हुए नाले के माध्यम से गंगा में आता था. इसलिए यह नाला दोनों तरफ बहता था. लेकिन अब यह गंदगी का वाहक बन गया है.

आलम यह है कि इसके किनारे से गुजरने पर बदबू आती है. इसमें शौचालय का गंदा लाकर गिरा दिया जा रहा है. लोग मरे हुए मवेशियों के अवशेष भी नाले में फेंक रहे हैं. शासन ने कटहल नाला की सफाई के लिए 90 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की थी और सफाई का जिम्मा सिंचाई विभाग को सौंपा था. विभाग द्वारा नल की सफाई के लिए चार ठेकेदार को नामित किया गया था. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया.

बोले लोग
विभागीय लापरवाही से कटहल नाला अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहा है. नाला में मलबा ( गाद ) व सिल्ट भर जाने से पानी का प्रवाह रुक गया है. इसके दोनों किनारों पर अवैध कब्जा कर लिया गया है. नाला से गाद की पूर्णत: सफाई कर अवैध कब्जे से मुक्त कराए जाएं ताकि नाला पुनः अपने नाम को चरितार्थ कर सके.

बोले अधिशासी अभियंता
सीबी पटेल अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग ने बताया कि कटहल नाला की सफाई के लिए विभागीय कवायद चल रही है. शीघ्र सफाई कार्य आरंभ कराया जाएगा. हालांकि नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका को भी नाले की सफाई के लिए गंभीर होना होगा. काम नहीं करने वाले ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया.