बिल्थरारोड (बलिया) से अभयेश मिश्र
चन्दाडीह गांव स्थित लाखों का बना एएनएम सेन्टर स्वास्थ्य महकमे द्वारा ध्यान न देने के चलते बदहाली पर आंसू बहा रहा है. गांव वालों ने कई बार स्वास्थ्य महकमे का ध्यान इस ओर आकृष्ट करवाया, पर इस पर कोई ध्यान नही दिया गया. यहां पर नियुक्त कोई कर्मचारी यहां नही बैठता है, जिसके चलते यह जुआरियों व अवारा पशुओं का अड्डा बन गया है.
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ज्ञात हो कि साल 2011 मे बसपा शासन काल में इस एएनएम सेन्टर का निर्माण कराया गया. निर्माण के समय क्षेत्रीय लोगों में यह आस जगी थी कि अब महिलाओं को प्रसव व इलाज हेतु दूर नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही दूर जाने मे होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगा. परन्तु इसके निर्माण हो जाने के बाद आज तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त एएनएम व अन्य कर्मचारी इस सेन्टर पर कभी नहीं आए. इसके चलते महिलाओं की परेशानियों की स्थिति ज्यों का त्यो बनी हुई है.
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इसके लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार आला अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट करवाया गया. पर अधिकारियो की लाल फीताशाही रवैये के चलते लाखो का बना एएनएम सेन्टर सफेद हाथी बना हुआ है. इस एएनएम सेन्टर में लम्बी-लम्बी घांसें उग आयी हैं. खिड़की व दरवाजे टुटे पड़े हैं. जो अपनी बदहाली का दंश झेल रहे हैं. इस सम्बन्ध में पुछे जाने पर सीएचसी अधीक्षक जीपी चौधरी का कहना है कि इसकी जांच करवाई जाएगी. दोषी पाए जाने पर संबंधित पर करवाई की जाएगी.
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