स्वदेशी संदेश यात्रा का शुभारंभ बलिया से

बलिया। निजीकरण, उदारीकरण एवं वैश्वीकरण ने आज भारत की दैनंदिनी जीवन पर जिस तरह से आघात किया है कि इससे देश भर में निराशा का वातावरण बनता जा रहा है. इस समाजवादी और पूंजीवादी सोच ने जो अराजकता, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को खड़ा कर दिया है. इससे चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिख रहा है. एक तरफ युवा भारत के 20 करोड से अधिक नौजवान कार्य अवसर के लिए भटक रहे हैं तो दूसरी तरफ भारत के गांव अपने मानव श्रम का 51 प्रतिशत योगदान देकर भी बेहाल है. ऐसा कहना है स्वदेशी जागरण मंच के काशी एवं गोरक्ष प्रांत के प्रांत संगठक अजय कुमार उपाध्याय का. श्री उपाध्याय ने बताया कि स्वदेशी संदेश यात्रा का शुभारंभ देश में बलिया से होने जा रहा है.

इसे भी पढ़ें – भृगु क्षेत्र के लिए गडकरी ने खोला सौगातों का पिटारा

देश के 20 करोड़ से ज्यादा नागरिक निरक्षर हैं – अजय कुमार

मीडिया से मुखातिब श्री उपाध्याय ने कहा कि गांव की 70% नागरिक आज भी मासिक आय 5000 रुपये प्रति व्यक्ति आय से कम पर अपनी आजीविका चला रहे हैं. देश के बीस करोड से ज्यादा नागरिक निरक्षर हैं. अभी देश के करोड़ों लोगों को दो समय की रोटी नसीब नहीं है. श्री उपाध्याय ने बताया कि भारत की संस्कृति सभ्यता एवं राष्ट्रबोध की अवधारणा को अपने जीवन और आचरण में उतारने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय मात्र 52 वर्षों में जो देखा समझा चिंतन किया, मनन किया, पढ़ा, लिखा और कहा, वह आज 21वी सदी के लिए एक प्रकाश किरण के रूप में दिख रहा है.

इसे भी पढ़ें – बलिया वालों के अरमानों को पंख लगाएंगे गडकरी

गांधी, अंबेडकर और दीनदयाल के बताए रास्ते पर चले

ऐसी परिस्थिति में क्यों ना हम एक प्रारूप की तरफ आगे बढ़ें जिसे कभी महात्मा गांधी ने तो कभी बाबासाहेब आंबेडकर ने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने सुझाया है. जो ग्राम स्वराज के रूप में आर्थिक जनतंत्र एवं सामाजिक जनतंत्र के रूप में अथवा आर्थिक लोकतंत्र के रूप में हमें बताया गया है. इन मनीषियों ने अपने अनुभव एवं अध्ययन के आधार पर भारत के स्वावलंबन का जो चित्र खींचा है. वह आज भी प्रासंगिक दिख रहा है.

इसे भी पढ़ें – गडकरी के स्वागत के लिए भाजपा ने झोंकी ताकत

जरूरत है राजनीतिक लोकतंत्र से आर्थिक लोकतंत्र की तरफ बढ़ने की

पंडित दीनदयाल जी ने तो साफ-साफ कहा है कि आज आवश्यकता है कि राजनीतिक लोकतंत्र को आर्थिक लोकतंत्र की तरफ आगे बढ़ने की. जिस तरह राजनीतिक लोकतंत्र के लिए वयस्क मताधिकार एक अनिवार्य घटक है. उसी तरह आर्थिक लोकतंत्र में हर वयस्क को कार्य का अवसर मिलने की व्यवस्था हो, यह तभी संभव है, जब हम स्वदेशी के भावनात्मक रूप को समझ कर उसे सृजन का आधार बनाएंगे और अपनी अर्थव्यवस्था को स्वदेशी कृत एवं विकेंद्रित करेंगे. जिस तरह दीनदयाल जी ने आधुनिक भारत में श्रम आधारित उद्योग और अपने कौशल से विकसित राष्ट्र का एक स्वप्न देखा था. उसी क्रम में स्वदेशी जागरण मंच ने बलिया से चलो गांव की ओर का शुभारंभ पिछले 9 अगस्त 2015 को कर चुका है.

इसे भी पढ़ें – सपनों की सौगात लेकर आ रहे हैं गडकरी

बलिया में दुग्ध आधारित रोजगार की अपरम्पार संभावनाएं हैं

विकेंद्रित व्यवस्था का जन जागरण गांव गांव घर घर करने से उच्च आयाम ही का रूप में देख सकते हैं. श्री उपाध्याय ने बताया कि बलिया में दुग्ध आधारित रोजगार की विकेंद्रित अर्थव्यवस्था का एक रूप लेता हुआ दिख रहा है. हमारे गांव परिवार आधारित उद्योग के केंद्र बने हमारी कृषि, खेती, पशुपालन और भगवान का निशब्द उद्घोषक बने. हमारे पूजा स्थल सामाजिक गतिविधियों के केंद्र हैं और हमारा जीवन परस्पर सहकारिता परस्पर पूरक आता और पर परस्पर अवलंबन पर लंबी तो हो यही चलो गांव की ओर अभियान का लक्ष्य है.

इसे भी पढ़ें – सर चढ़ बोला योग का जादू

स्वदेशी जागरण मंच के प्रांतीय सम्मेलन से चलो गांव की ओर अभियान

बलिया से निकलेगी विराट स्वदेशी संदेश यात्रा. प्रांत संगठन अजय कुमार ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच ने अपने प्रांतीय सम्मेलन के माध्यम से चलो गांव की ओर अभियान का शुभारंभ करने जा रहा है. साथी विराट स्वदेशी संदेश यात्रा का आयोजन 25 सितंबर को दोपहर 1:30 बजे से बलिया की नया चौक से होगा. इस संदेश यात्रा के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी के शुभारंभ का कार्यक्रम उसी दिन सायं 3:30 बजे प्रारंभ होगा.

इसे भी पढ़ें – लोहापट्टी में नारेबाजी करती महिलाएं गिरफ्तार कर ली गईं

दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का शुभारंभ माल्देपुर से

श्री उपाध्याय ने बताया कि स्वदेशी संदेश यात्रा बलिया में चंद्रशेखर आजाद पार्क नया चौक से बालेश्वर मंदिर हनुमान मंदिर शहीद पार्क टाउन हाल बलिया रेलवे स्टेशन माल गोदाम रोड होते हुए पहुंचकर संपन्न होगा. उन्होंने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माल्देपुर में प्रारंभ होगा. इसका शुभारंभ स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल 24 सितंबर को दीप प्रज्वलित कर करेंगे. पत्रकार वार्ता के समय स्वदेशी जागरण मंच के डॉ. गिरिजेश पांडेय, अरुण मणि, बृजेश पांडेय, शशिकांत तिवारी, नवीन सिंह, धनंजय पांडेय, मनोज सिंह तथा नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य श्रवण कुमार मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें – अब भी बलिया के युवकों में बयालीस का खून उबलता है

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’