बलिया लाइव संवाददाता
बैरिया (बलिया)। मुरलीछपरा बाल विकास परियोजना एवं बाल पुष्टाहार केन्द्र पर आन्दोलित आगनबाडी कार्यकर्त्रियां बुधवार से अपना सामान को लेना शुरू कर चुकी हैं. ऐसा उन्होंने विधायक जयप्रकाश अंचल की इस आश्वासन के बाद किया कि उनसे किसी भी प्रकार की रिश्वत नहीं ली जाएगी और इस केन्द्र के पूरे स्टाफ के स्थानान्तरण के लिए जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी को विधायक लिखेंगे.
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बताते चलें कि बीते 31 अगस्त बुधवार को केन्द्र पर अपने सामान का उठान करने पहुंची आगनबाडी कार्यकर्त्रिया आकस्मात भडक कर सडक पर आकर नारेबाजी करने लगी. उन्होंने सामान लेने से मना कर दिया. सीडीपीओ, लिपिक, व सुपरवाइजरों पर पोषाहार पर 600 रुपये, हार्डकुक पर एक हजार रुपये व जाच के विजिट पर 200 रुपये सुविधा शुल्क, दूध व घी के डिब्बों में से एक-एक डिब्बा मांगने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा खडा कर दी थी.
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उनका यह भी कहना था कि पहले की तुलना मे यह राशि दुगुना से अधिक कर दिया गया है. जाहिर यह इस तरह के दावे इसकी पुष्टि होती है कि यहां वसुली पहले से होती रही है, बस रकम कम थी. उस वक्त हंगामा इस कदर बढ़ा कि मौके पर दोकटी थानाध्यक्ष व लालगंज चौकी प्रभारी को सदलबल पहुंचना पडा था. बाढ क्षेत्र से मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी बैरिया अरविन्द कुमार व क्षेत्राधिकारी त्रयंबक नाथ दुबे भी मौके पर पहुंचे. वहा आन्दोलित आगनबाडी कार्यकत्रियों की बात उन्होंने सुनी. वह सुविधा शुल्क की मांग का आरोप लगाते हुए स्थानान्तरण की मांग पूरा होने के बाद ही सामान उठान करने की जिद पर अडी रही.
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तब उस दिन उपजिलाधिकारी ने जांच कराकर कार्रवाई करने का भरोसा दिया था. अगले दिन बैरिया केन्द्र की सुपरवाइजर के देख रेख मे बिना किसी सुविधा शुल्क के सामान वितरित कराने का निर्देश दिये. लेकिन अगले दिन न बैरिया से सुपरवाइजर आई, न ही सामान वितरित हुआ. फिर 5 सितम्बर सोमवार को वितरण होना था लेकिन सीडीपीओ के अनुपस्थित रहने का बहाना बना कर उस दिन भी टाल कर बुधवार को वितरित करने का समय निर्धारित किया गया. सूत्र बताते है कि इस बीच के समय मे तालमेल बैठा कर पहले वाले रेट के आधार पर मनाने का प्रयास चला. लेकिन बात नहीं बन पायी.
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उधर सुपरवाइजर रेनू देवी का कहना है कि बहुत कार्यकत्रिया बाहर रहती हैं, उनका सामान उठाने उनके पति या पारिवारिक सदस्य आते हैं. अपना कागजात भी नहीं पूरा करती हैं. कागजात पूरा करने और सामान लेने के लिए कार्यकत्रियो को ही आने की बात कही गयी तो कुछ लोग साजिश के तहत आरोप लगा रही है.
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दूसरी तरफ बुधवार को जब अपने सामान का उठान करने जब कार्यकत्रिया केन्द्र पर पहुंची तो बैरिया से सुपरवाइजर के नहीं आने की बात जानकर एक बार फिर भडक उठी. सामान लेने से मना करते हुए धरना पर बैठ गयी. किसी ने विधायक जयप्रकाश अंचल को इस बात की मोबाइल से सूचना दी. मौके पर पहुंचे विधायक ने दोनों खेमों की बात सुनी. जाच, कार्रवाई तथा पूरे स्टाफ के स्थानान्तरण कराने पर विचार करने का आश्वासन देकर खुद ही वितरण का कार्य शुरू किया. इस अवसर पर विधायक के साथ सपा के बैरिया इकाई के अध्यक्ष उमेश यादव, प्रधान प्रतिनिधि सुमेर सिंह, ददन यादव, रविन्द्र यादव, एकराम यादव, मुरारी यादव, विनायक मौर्य आदि उपस्थित रहे.
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