बलिया। गुरहत्थी के बाद दूल्हा जब माड़ो में पहुंचा तो नशे में धूत था. स्थानीय लोगों की माने तो दुल्हन की बहनें जब आरती उतारने उसके करीब पहुंची तो शराब की बदबू आ रही थी. उसके पैर लड़खड़ा रहे थे. लड़कियां दूल्हा परीक्षने के बजाए सीधे पूरी बात दुल्हन को बताने पहुंच गई. इसके बाद दुल्हन से सीधे शादी से इनकार कर दिया. पंचायत हुई, मगर बरात बैरंग वापस लौट गई.
घटना लालगंज के निकट मुरारपट्टी दामोदरपुर दलित बस्ती की है. बताया जाता है कि दलनछपरा निवासी एक युवक की बारात शनिवार को दामोदरपुर आई थी. गुरहत्थी के बाद जब दूल्हा शादी के लिए माड़ो में पहुंचा तो नशे में धुत था. रस्म के अनुसार दुल्हन की बहनें दूल्हे को परीक्षने के लिए उसके पास गईं तो उसके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी. नशे में उसके पैर लड़खड़ा रहे थे. लड़कियों ने पूरी बात दुल्हन को बता दी. दुल्हन ने शराबी दूल्हे से शादी करने से स्पष्ट इंकार कर दिया. रिश्तेदारी में आई कुछ महिलाओं ने दुल्हन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी जिद्द पर अड़ गई और दो टूक कहा कि वह अपने जीवन की डोर किसी शराबी को नहीं सौंप सकती. आखिरकार अभिभावकों को भी घुटने टेकने प़ड़े.
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कन्या पक्ष को जब लगा कि दुल्हन शादी नहीं करेगी तो खर्च की रकम वापसी के लिए दूल्हे को बंधक बना लिया. दूल्हा रात में किसी तरह मंडप से भाग निकला. एक-एक करके बराती भी खिसक लिए. रविवार की सुबह मामला दोकटी थाने पहुंचा, जहां दोनों पक्षों की बातचीत सुन थानाध्यक्ष विजय सिंह व चौकी इंचार्ज जगदीश विश्वकर्मा ने स्थानीय लोगों की पंचायत बुलाई. उन्होंने मामला सुलझाने को कहा. पंचायत में दोपहर तक गरमा गरम बहस होती रही. बाद में पंचों ने निर्णय सुनाया कि एक दूसरे के सामान लौटा दें. दोनों पक्ष इस पर राजी हो गए. अंतत: शादी नहीं हुई. (तस्वीर – प्रतीकात्मक)