पुखरायां ट्रेन हादसे में मृत सुग्रीव पंचतत्व में विलीन

बांसडीह (बलिया)। रविवार को कानपुर देहात के पुखरायां के पास हुई ट्रेन दुर्घटना में सहतवार नगर पंचायत के वार्ड न 5 निवासी सुग्रीव प्रसाद (55) पुत्र स्व. बृजबिलास की लाश सोमवार को देर रात 11.00 के क़रीब घर पहुंचते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया. सुग्रीव अपने परिवार के लोगो को इन्दौर (मप्र) में छोड़ कर अकेले अपने छोटे भाई की बेटी की शादी मे शरीक होने आ रहे थे.

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सुग्रीव की लाश घर पहुंचते ही नीरज सिह “गुड्डु”, शिवशंकर चौहान,  केतकी सिंह आदि लोगों ने परिवार के लोगों को ढांढस बधाते हुए दु:खद घड़ी में हर संभव सहायता देने का अश्वासन दिया. उनका अन्तिम संस्कार उनके एक मात्र बेटे शेषनाथ द्वारा गंगा घाट पर किया गया. घर में शादी के चलते मुखाग्नि नहीँ दी गयी.

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सुग्रीव अपने तीन भाइयो मे सबसे बड़े थे. लगभग ढाई दशक से वे एमपी के इन्दौर में एक प्राइवेट फैक्टरी में अपने परिवार के साथ रहकर नौकरी करते थे. उनके दूसरे नंबर  भाई रामजी की बेटी कविता की शादी 24 नवम्बर को चैन रामबाबा मन्दिर में होने वाले सामुहिक विवाह मे सम्पन्न होनी है. इसी में शरीक होने के लिए अपने बाल बच्चों एवं परिवार के लोगों को इन्दौर में छोड़कर अकेले वे सहतवार आ रहे थे कि रास्ते में कानपुर देहात के पुखरायां के पास ट्रेन दुर्घटना में उनकी मौत हो गई.

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रविवार को सहतवार के लोगों को कानपुर देहात से पुलिस द्वारा उनकी मौत की सूचना मिली. सुग्रीव की मौत की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया. उस समय सुग्रीव के परिवार इन्दौर में ही था. आनन फानन में परिवार के लोग अपने साधन से घटना स्थल पहुंचे. सोमवार की रात को लाश घर पहुंचते ही घर वालों एवं आस पास के लोगो का जमवाड़ा लग गया.

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सुग्रीव की दो बेटियां एवं एक बेटा शेषनाथ (20) है. बड़ी बेटी सरिता की शादी हो चुकी है. शेषनाथ एवं छोटी बेटी ख़ुशबू की शादी होनी अभी बाकी है. पिता की मौत की सूचना मिलते ही शेषनाथ अपनी मां बसन्ती और बहन के साथ सहतवार मंगलवार को दिन में 11 बजे के क़रीब पहुंच गए. सभी का रो रोकर बुरा हाल है.

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