सुखपुरा (बलिया)। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की दसवीं पुण्यतिथि बसन्तपुर स्थित जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय पर शनिवार को मनाई गई. इस मौके पर विश्वविद्यालय परिसर मे एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया. उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे.
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती व चन्द्रशेखर के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया. विशिष्ट अतिथि व मुख्य वक्ता जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा (बिहार) के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा विश्व मे समता के प्रति अगर ममता किसी में थी, तो वह चन्द्रशेखर में ही देखने को मिलती थी. वह व्यक्ति नहीं, एक विचार थे. आज जो एनडीए व यूपीए बना है. हम कह सकते हैं कि यह उन्हीं के विचारों की देन है. पद के प्रति उनकी लालसा नहीं थी. वे अन्याय के खिलाफ अवाज उठाने से नहीं चूकते थे. जिस समय इन्दिरा गांधी के खिलाफ कोई नहीं बोलता था. चन्द्रशेखर ने उनके खिलाफ अवाज बुलन्द किया. उनके खिलाफ अपने अवास पर करीब सौ सांसदों को इकट्ठा किया. जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर यह बैठक बुलाई गई थी.
मुख्य अतिथि उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय को ऊंचाई तक पहुंचाने में जो हमसे बन पड़ेगा, वह हम करेंगे. कहा कि मुख्यमंत्री भी चाहते हैं कि इस को बनाने मे कोई रुकावट नहीं आए. गोष्ठी मे अरविंद उपाध्याय ने कुलगीत गाया. इस मौके पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनय कुमार सिंह, राजधारी सिंह, राम इकबाल सिंह, राणा सिंह, विनोद शंकर दुबे, अरविन्द सिंह सेंगर आदि ने भी संम्बोधित किया. अध्यक्षता जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेन्द्र सिंह व संचालन डॉ. प्रमोद शंकर पाण्डेय ने किया. कार्यक्रम के आयोजक डॉ. गणेश पाठक ने अभार व्यक्त किया.