बलिया। बलिया सदर कोतवाली क्षेत्र में बहादुरपुर इलाके में स्कार्पियो की चपेट में आने से माकपा नेता 70 वर्षीय विश्वनाथ लाल गंभीर रूप से जख्मी हो गए. इलाज के दौरान जिला अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया.
बलियी सिटी के श्री राम कॉलोनी निवासी विश्वनाथ लाल पैदल ही अपने घर जा रहे थे. इस बीच शहर की ओर से जा रही स्कार्पियो की चपेट आकर गंभीर रुप से घायल हो गए. आसपास के लोगों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया. वहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. उधर, हादसे के बाद स्कार्पियो चालक वाहन समेत फरार हो गया. वृद्ध नेता की मौत से पार्टी एवं उनके शुभचिन्तकों में शोक की लहर दौड़ गई.
26 जून को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कामरेड विश्वनाथ लाल का अंतिम संस्कार किया जाएगा. अवकाश ग्रहण करने के बाद भी वह लगातार पार्टी के लिए काम करते थे. उनकी रूचि पर्यटन में रही. कहीं यात्रा में उनको आलस्य नहीं था. कभी भी बिना आरक्षण के अक्सर चल देते थे. साधारण यात्री की तरह. फर्श पर बैठकर यात्रा करने में उन्हें आनंद आता था. कई किस्से भी सुनाते थे. पार्टी के लिये समर्पित नेता व कार्यकर्ता थे. हर काम करने के लिये हमेशा तत्पर. उनके निधन से बलिया में पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है. उनके परिवार में उनकी पत्नी पुत्र-पुत्री बहू व उनके बच्चे हैं. कामरेड विश्वनाथ लाल (सीपीआईएम) बलिया स्थानीय लोगों में काफी लोकप्रिय रहे. उनके निधन से बलिया जिले के लिए ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल में (सीपीएम) वामपंथी विचारधारा को गहरा धक्का लगा है. मैं उनके स्मृति को नमन करते हुए उन्हें लाल सलाम पेश करता हूँ
अमृत कुमार (मार्क्सवादी चिंतक/विचारक)