बैरिया (बलिया)। जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर पासवान ने मंगलवार को सदर व बैरिया तहसील के विस्थापित कटान पीडितों के दुर्व्यवस्था का सच अपनी आंखों से देखा. यहां आलम यह है कि वर्षों के जद्दोजहद के बाद शासन से इनके पुनर्वास के लिये जमीन तो मुहैया करा दी गयी है, लेकिन बस्तियों से दूर दराज बसायी गयी इन बस्तियों के पीडित पीने के पानी को भी दर-दर भटकने के लिये मजबूर हैं. जिपं अध्यक्ष के निरीक्षण के बाद अब शीघ्र ही विस्थापित कटान पीडितों के बस्तियों की स्थिति में भी सुधार होने की उम्मीद जगी है.
गंगा की कटान में विस्थापित पीडितों के पुनर्वास के लिये पट्टे का आवंटन हो जाने के बाद पीडितों को लगा कि अब उनके बुरे दिन के बादल छंट गये हैं. आवंटन के बाद पीडित एनएच 31 की पटरियों से डेरा हटाकर आनन-फानन मे पट्टे की जमीन पर झोपडी डाल रहने भी लगे, लेकिन इसके अगले दिन से ही गांवों से दूर-दराज बसायी गयी इन बस्तियों मे एक भी हैण्ड पम्प नही होने से पीडित पीने के पानी को दर-दर भटकने लगे. वहीं हल्की बारिश में भी बस्तियों में पानी घुस जाने से इनका बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया.
पीडितों कि इस समस्या से निजात के लिये जिपंस प्रतिनिधि अयोध्या प्रसाद “हिन्द” ने अध्यक्ष से गुहार लगायी. उन्होंने मंगलवार को इन बस्तियों के निरीक्षण कर जिपं निधि से शीघ्र ही बस्तियों के बीच सड़क व 20 हैण्ड पम्प लगवाने का भरोसा दिया. इस मौके पर रामसेवक पाण्डेय, अर्जुन साह, राजनारायण प्रसाद, छोटक यादव आदि मौजूद थे.