


रेवती, बलिया. एक सप्ताह से धान क्रय केन्द्र पर धान खरीद बन्द होने की वजह से मंगलवार के दिन किसानों के सब्र का बांध टूट गया तथा वे अतुल कुमार पाण्डेय बब्लू के नेतृत्व में धरना पर बैठ गए. पांच घंटे तक धरना पर बैठने के बाद विभागीय अधिकारियों के आने तथा ज्ञापन दिए जाने के बाद किसानों ने धरना समाप्त किया. अपने पांच सूत्रीय ज्ञापन में किसानों का कथन था कि बीते 24 दिसंबर से धान की खरीद बंद है.
किसानों की मांग थी कि जिन किसानों का 4 जनवरी 2022 तक टोकन धान तौल नहीं होने तथा सरकारी कर्मियों की उदासीनता के कारण निरस्त हुआ है. उन सभी किसानों के धान का तौल हो. विकासखंड रेवती से जिस धान बीज को खरीद कर किसान धान पैदा किए हैं. उन सभी किसानों का डंकल धान के तौल का प्रबंध किया जाए. उधर विभागीय अधिकारियों का तर्क था कि डंकल धान नहीं लिया जाएगा. जबकि इस क्षेत्र में डंकल धान की उपज बड़े पैमाने पर होती है. किसानों का कथन था कि इसका न्याय संगत हल हो. किसानों का कथन है कि किसी भी प्रकार से धान तौल से किसानों को परेशानी ना हो. किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दिया है कि उक्त समस्त बिंदुओं पर 24 घंटे में यदि राहत की व्यवस्था नहीं की गई तो किसान आंदोलन पर उतर जाएंगे. जिसकी सारी जिम्मेदारी विभाग की होगी. लगभग चार घंटों के धरना के बाद डिप्टी आरएमओ अविनाश चन्द्र सगरवाल तथा क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सत्य राम यादव धरना स्थल पर पहुंचे.श्री सगरवाल ने किसानों को आश्वस्त किया कि आपकी समस्या को हम समझ रहे हैं. उक्त समस्या को ऊपर तक भेजा जाएगा.जैसा आदेश होगा किया जाएगा.

इस पर चौबिस घंटे की मोहलत के बाद किसानों ने धरना समाप्त किया. धरने में बैजनाथ पांडेय,पंचदेव उपाध्याय,ढुन्नू लाल,सुमेर सिंह, बृजबिहारी लाल,निर्मल पाण्डेय, विरेन्द्र पाल,अयोध्या सिंह,अवधेश पांडेय, वासुदेव राय,उपेंद्र सिंह,दीपू राय,अनुज चौधरी,अभिषेक सिंह,वासु कुमार,उपेंद्र यादव,छोटू कुमार,लल्लन पटेल, संजय सिंह आदि रहे.
(रेवती संवाददाता पुष्पेन्द्र तिवारी’सिंधू’ की रिपोर्ट)