भैंसों में ही बसती थी जान, वही मौत का सबब बनी

बैरिया (बलिया)। सुरेमनपुर- दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन के बीच सियरहियां के पास मंगलवार को दोपहर में आजमगढ़ -कोलकाता एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक अधेड़ चरवाहे व उसकी तीन भैंसों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इस हादसे में अन्य तीन भैंस गंभीर रूप से घायल हैं.

समाचार भेजे जाने तक गणेश यादव (50) निवासी नारायणगढ़ थाना रेवती की लाश रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ी हुई है. वहां उपस्थित ग्रामीणों का कहना था कि गणेश की जान उसकी भैंस में ही बसी थी. जो आज उनके साथ चली गई. वह सियरहिया के पास अपनी भैंसों को चरा रहा था. इसी दौरान ट्रेन आने पर उसकी भैसे रेलवे लाइन पार करने लगी. वह उन्हें बचाने के लिए दौड़ा. भैंस तो चपेट में आई ही गणेश भी आ गया,और उसे जान से हाथ धोना पड़ा. ग्रामीणों का कहना था कि दो  माह पूर्व गणेश की यही भैंसें चोरी चली गई थी. जिसे चांददियर पुलिस ने बरामद किया था. बाद में गणेश न्यायालय से आदेश कराकर अपनी भैंसों को लाया था. भैंस पालन व दुग्ध उत्पादन ही उसकी जीविका के साधन थे.

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