बांसडीह (बलिया)। बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के पांडेय के पोखरा की रहने वाली महिला की प्रसव के तीन घंटे बाद ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मौत हो गई. प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी राम लखन सरोज और प्रभारी निरीक्षक दीप कुमार अस्पताल पहुंचे. मामले को गंभीरता से लेकर स्थिति को काबू किए. देर रात पहुंचे सीएमओ डॉ. पीके सिंह ने भी अस्पताल का जायजा लिया और लापरवाही पर कार्रवाई का भरोसा दिया.
जानकारी के मुताबिक बांसडीह पांडेय के पोखरा निवासी बबिता राजभर पत्नी साजन राजभर को रविवार की सुबह लगभग 9 बजे प्रसव पीड़ा हुई. परिजनों ने बांसडीह अस्पताल में उसे भर्ती करवाया. शाम लगभग 6.15 बजे नॉर्मल डिलेवरी हुई. बच्चा भी स्वस्थ पैदा हुआ. अचानक दो घंटे बाद जच्चा यानी बबिता की तबियत बिगड़ने लगी. अस्पताल कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई. इसी दौरान लगभग 9.30 बजे उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया.
हंगामा होता देख अस्पताल कर्मियों ने पुलिस को सुचना दी. सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक दीप कुमार क्षेत्राधिकारी व रामलखन सरोज तुरंत अस्पताल पहुंच गए और स्थिति को संभाला. घटना की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह को हुई और वह देर रात अस्पताल पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाए और दोषियों पर कार्रवाई की बात कहे. इसके बाद परिजन शांत हुए. परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर की लापरवाही से बबिता की मौत हुई है. समय पर अगर इसका समुचित इलाज हो गया होता तो मौत नहीं होती.