बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देशन में बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. शुक्रवार तक 192 गांवों की कुल 03 लाख 54 हजार 796 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 15,885 हो गयी है.
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संचालित बाढ़ चैकियों की संख्या 62, राहत शिविरों की संख्या 34, राहत वितरण केंद्रों की संख्या 18, राहत शिविर में शरण लिये लोगों की संख्या 3,000 है. शुक्रवार तक 40,485 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. कुल 757 नावें राहत व बचाव कार्य में लगी है. 41 मेडिकल टीमें सक्रिय है और 12,180 लोगों का उपचार किया जा चुका है. अब तक 206 कुन्तल आटा, 200 कुन्तल चावल, 31 कुन्तल दाल, 21 कुन्तल नमक, 3158 पैकेट माचिस, मोमबत्ती के 4088 पैकेट, 7440 मीटर त्रिपाल, 53395 लंच पैकेट बांटे जा चुके है. इसके अलावा क्लोरिन के 2,92,253 टैबलेट, ओआरएस के 3332 पैकेट वितरित किये गये है. मिट्टी तेल 44,000 लीटर वितरित किया गया है. पशु शिविरों की संख्या 68 है और 302 पशुओं का उपचार किया जा चुका है. अब तक 20828 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है. 717 कुंतल भूसा बांटा जा चुका है.
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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र रामगढ़ में कमिश्नर से नाव चालकों ने पारिश्रमिक न मिलने की शिकायत की. नाविकों का कहना था कि बीते 17 दिन से वे नाव चला रहे हैं. अभी तक फुटी कौड़ी नहीं मिली है. एक और महत्वपूर्ण बात, राहत सामग्री बांटे जाने की खबरें बहुत छप/दिख रही हैं, मगर मवेशियों की चर्चा नहीं के बराबर हो रही है. भूसा/चारे के अभाव में सबसे ज्यादा संकट में ये अनबोलता जीव ही हैं – कृष्णकांत पाठक (वरिष्ठ पत्रकार)
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