बलिया. महावीर घाट स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर चल रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दौरान मंगलवार को मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित हजारों लोगों ने हवन- पूजन किया. शान्तिकुञ्ज हरिद्वार से आये विद्वानों आचार्यों ने प्रवचन व संगीत के माध्यम से कहा कि श्रधालुओं में ज्ञान की वर्षा की. बताया कि मनुष्य के ऊपर गुरु कृपा होती है तो वह सामान्य से असामान्य जीवन के व्यक्तित्व वाला हो जाता है. अमृत, पारस, कल्पवृक्ष व कामधेनु को किसी ने नहीं देखा. लेकिन सच्चे मिलने पर दयानंद सरस्वती,स्वामी विवेकानंद व शिवाजी जैसे उत्थान संभव है. अंत में हरिद्वार से आये आचार्यों ने सबको आशीर्वाद दिया. शक्तिपीठ प्रमुख विजेंद्र नाथ चौबे ने अतिथियों व कार्यकर्ताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और प्रसाद देकर विदा किया.
इससे पहले महावीर घाट स्थित गायत्री शक्ति पीठ के प्रागंण में 108कुन्डीय गायत्री महायज्ञ के दौरान सोमवार को सैकड़ों लोगों का विभिन्न संस्कार कराया गया.
हरिद्वार से आये आचार्य डा.गायत्री किशोर त्रिवेदी ने गुरु की महत्ता बताते हुए कहा कि गु छिपा हुआ रु प्रकट कर दे,गुरु वहीं है जो मनुष्य के अंदर छुपे हुए गुण व ज्ञान को प्रकट कर दें. गुरु में निष्ठा रखने वालों का गुरु कभी साथ नहीं छोड़ता.
इस संसार रुपी वैतरणी को गुरु पार कराता है।पहली गुरु मां होती है, दूसरी गुरु पालन करने वाले पिता होते हैं व तीसरे गुरु आध्यात्मिक गुरु होते है जो भवसागर से पार करते है. बाद में संगीत के आचार्य श्रीहरि चौधरी ने संगीत के माध्यम से गुरु महत्व समझाया. सुनो युग ऋषि के जीवन पूर्ण कहानी …, आदि कई गीतों के माध्यम से गुरु महत्ता को समझाया. उसके बाद बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, मुंडन संस्कार, उपनयन संस्कार, यज्ञोपवीत संस्कार, आदि संपन्न हुआ.इस दौरान दिनेश पटेल, दयानंद शिववंशी, मनीषजी व भूषणजी रहे.
(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)