मंच ने किया प्रथम शहीद को भारत रत्न घोषित करने की मांग
दुबहर(बलिया)। जंग-ए-आजादी के प्रथम शहीद मंगल पांडेय के जयंती के अवसर पर बुधवार के दिन उनके पैतृक गांव में चारों तरफ जश्न का माहौल रहा. लोग सुबह से ही मंगल पांडेय को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरी तैयारी के साथ हाथ में फूल माला लेकर उनके स्मारक पार्क पहुंचे. जहां उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए इस वीर योद्धा को नमन किया. वहीं क्षेत्र के विभिन्न संस्थाओं ने भी आजादी के इस महान योद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी अपनी संस्थाओं के तरफ से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए.
बुधवार की सुबह 9 बजे मंगल पांडेय विचार मंच के विभिन्न स्थानों से दर्जनों कार्यकर्ता मंगल पांडेय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए उनके पैतृक गांव नगवां पहुंचे. जहाँ उन्होंने ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मंगल पांडेय विचार मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने कहा कि जिस तरीके से देश के महापुरुषों और राजनेताओं को भारत रत्न की उपाधि देकर उन्हें सम्मानित किया जा रहा है, उसी तरह स्वतंत्रता संग्राम के महान सपूत शहीद मंगल पांडे को भी भारत रत्न का सम्मान जरूर मिलना चाहिए. यह मांग उनके पैतृक गांव की ही नहीं बल्कि मंगल पांडेय के जनपद बलियावासियों की भी है.
बैठक को संबोधित करते हुए प्रधान संघ के मंडल अध्यक्ष विमल पाठक ने कहा कि मंगल पांडेय के बलिदान ने देश का गौरव बढ़ाया उस समय जिस समय अंग्रेजों के खिलाफ एक पत्ता भी नहीं हिलता था उस समय मंगल पांडेय ने बगावत का बिगुल फूंककर भारतीयों के स्वाभिमान को झकझोरने का काम किया. इन के सम्मान में प्रदेश तथा केंद्र सरकार को कुछ करने की दिशा में पहल करना चाहिए.
उन्होंने मंगल पांडेय के बलिदान दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री को उनके पैतृक गांव नगवां में आकर श्रद्धांजलि देने की अपेक्षा की. कहा कि जल्द ही इसके लिए एक पत्र बनाकर देश के दोनों हस्तियों के पास भेजा जाएगा. इस अवसर पर मुख्य रूप से विवेक सिंह, गणेश जी सिंह, डॉ हरिंदर यादव, अंजनी सिंह, ज्ञानप्रकाश मिश्रा, नीतेश पाठक, उमाशंकर पाठक, अख्तर अली, डॉ, सुरेशचंद्र प्रसाद, संजय जायसवाल, पन्नालाल गुप्ता, राजू मिश्रा, सूर्यप्रताप यादव, सरल पासवान, सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे.