यह चुनाव नहीं, धर्मयुद्ध बन गया है – मनोज सिन्हा

गाजीपुर। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा जानते हैं कि मुहम्मदाबाद में अंसारी बंधुओं की राजनीतिक हैसियत तभी खत्म होगी, जब उनके खिलाफ हर वर्ग, जाति को एकजुट किया जाएगा. यह एकजुटता दलीय आधार पर नहीं, बल्कि उनके आतंक, खौफ को मुद्दा बना कर ही संभव होगी. साथ ही इसके लिए अति उत्साह, अति जोश में नहीं पूरे धैर्य, समझदारी के साथ लड़ाई लड़नी होगी. मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र के मनिया-मीरजाबाद में शुक्रवार की दोपहर वह अपनी पार्टी भाजपा की उम्मीदवार अलका राय के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे.

हालांकि अपने करीब 12 मिनट के संक्षिप्त भाषण में उन्होंने सीधे अंसारी बंधुओं का नाम नहीं लिया, लेकिन उसके केंद्र में अंसारी बंधु ही रहे. बोले-तीन दशक से इस क्षेत्र में क्या हो रहा है, यहां के लोग आतंक, खौफ को महसूस कर रहे हैं. पूर्व विधायक कृष्णानंद राय और मऊ में मन्ना सिंह की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने मौजूद जनसमूह के मन को कुरेदने की भी पूरी कोशिश की. सवालिया लहजे में कहे कि क्या उन दोनों के हत्यारों की जीत देखना चाहेंगे, फिर खुद ही जवाब दिए कि नहीं, अब ऐसा नहीं होगा. क्षेत्र के लिए यह चुनाव नहीं, धर्मयुद्ध बन गया है, मुहम्मदाबाद का चुनाव ऐतिहासिक होगा. फिर तीन-चार दिनों में माहौल ऐसा बनेगा कि मुहम्मदाबाद के साथ मऊ से भी उनका सफाया हो जाएगा.

सिन्हा बोले, यह दलीय लड़ाई से नहीं, वैचारिक एकजुटता से होगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनावी लड़ाई उनके लिए भी निजी है. वह आतंकियों को खत्म करने का संकल्प लिए हैं. इसमें जो भी उनका सहयोग करेगा, उसे वह आजीवन नहीं भूलेंगे. इसे वह कर्ज मानेंगे और इस कर्ज को सूद समेत वापस करेंगे. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत दी. कहे कि अति उत्साह और जोश दिखाने की जरूरत नहीं है. इससे नुकसान होगा. पूरे धैर्य और साहस के साथ लड़ाई लड़नी है.

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इसी क्रम में उन्होंने पार्टी उम्मीदवार अलका राय के पक्ष में सपा के वोट के ध्रुवीकरण की भी कोशिश की. कहे कि कुछ नेता गाजीपुर से गाजियाबाद तक समाजवादियों को खत्म करने की बात कर रहे हैं. यह उनका घमंड है, लेकिन उनका घमंड टूट जाएगा. उन्हें मालूम होना चाहिए कि यहां लोगों की जीत की कुंडली भी फट जाती है. अपने भाषण में सिन्हा ने पार्टी उम्मीदवार अलका राय की सेहत को लेकर उठ रहे सवालों का भी जवाब दिया. कहे कि यह ठीक है कि उनकी सेहत फिलहाल कुछ गड़बड़ है, लेकिन वह क्षेत्र की जनता को विश्वास दिलाना चाहेंगे कि प्रदेश के किसी विधानसभा क्षेत्र से मुहम्मदाबाद क्षेत्र का कम विकास नहीं होगा. क्षेत्र की जनता को कम सम्मान नहीं मिलेगा.

इस मौके पर पार्टी उम्मीदवार अलका राय ने कहा कि वह इस क्षेत्र से अपराधियों को उखाड़ फेंकने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं. लिहाजा एक-एक वोट उनके लिए अहम है. उनके पति कृष्णानंद राय की हत्या के बाद इस क्षेत्र में विकास के नाम पर क्या हुआ. यह सभी देख रहे हैं लेकिन भरोसा करें कि उन्हें मौका मिला तो इस क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी. इस मौके पर भाजपा की सहयोगी पार्टी भासपा के नेता, कार्यकर्ता भी थे. जनसभा में मौजूद जनसमूह में पिछड़ों की तादाद ज्यादा थी. दूसरे दलों के समर्थक भी मौजूद थे.

रेल राज्य मंत्री के भाषण पर वह भी दलीय सीमा तोड़ तालियां बजा उत्साह प्रकट कर रहे थे. उनमें कई रेल राज्य मंत्री का माल्यार्पण करने से भी नहीं हिचके. जनसभा में भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, काशी प्रांत के उपाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय, प्रभुनाथ चौहान, वीरेंद्र राय, ओमप्रकाश राय, हनुमान कुशवाहा, रामवृक्ष पासी, दिनेश वर्मा, जयप्रकाश राय लल्लू, शशांक राय, संतोष राय, रविकांत उपाध्याय ,दिनेश राय गुड्डू आदि भी थे. अध्यक्षता दूधनाथ कुशवाहा एवं संचालन रमाशंकर उपाध्याय ने किया.

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