आश्वासनों में सिमट कर रह गया घाघरा तटवर्ती गांवों का कटान से सुरक्षा का कार्य

ग्रामीणों ने सौंपा सांसद को पत्रक

बाढ़ के समय जिला प्रभारी व ऊर्जा मंत्री ने पानी उतरते ही कटान रोधी कार्य कराने का दिया था आश्वासन

सिकन्दरपुर(बलिया)। घाघरा नदी की बाढ़ एवं कटान से भयभीत  नौकागांव, ककरघटा खास, गोड़वली, गोविंदपुर छावनी गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने श्रीराम तिवारी व मनीष गुप्ता की अगुवाई में सलेमपुर सांसद रवींद्र कुशवाहा को कटान रोकने के संबंध में ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों ने दिए गए ज्ञापन में बताया है कि घाघरा नदी के कटान से नौका गांव, कक्कर घटा खास, गोड़वली, गोविंदपुर छावनी का अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. यदि समय रहते इसे बचाया नहीं गया तो आने वाले समय में सभी गांव घाघरा में विलीन हो जाएंगे. घाघरा नदी उपरोक्त गांव से सटकर बह रही है. पानी ज्यों ज्यों कम होता है, कटान शुरू हो जा रहा है. गौरतलब हो कि बाढ़ की विभीषिका के समय जिला प्रभारी एवं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने गांव का दौरा किया था. उस समय ग्रामीणों द्वारा गांव बचाओ की मांग पर मन्त्री ने पानी कम हो जाने पर गांव बचाने के लिए स्पर बनवाने का आश्वासन दिया था. लेकिन आज तक कार्य शुरु नहीं होने के कारण ग्रामीण भयभीत जिंदगी जी रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार ज्ञापन देते समय सलेमपुर सांसद रवींद्र कुशवाहा ने आश्वासन दिया कि गांव बचाने के लिए प्रोजेक्ट की स्वीकृत हो चुकी है. जल्द ही काम शुरू होगा. ज्ञापन देने वालों में सत्यदेव प्रसाद, सत्यनारायण, लालचंद, रंगलाल साहनी, रामपति साहनी, श्री भगवान, शिव राधे गोड़, तारकेश्वर,  रामजन्म, छोटेलाल आदि लोग रहे.

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