घाघरा की तीब्र लहरों का कहर दतहां से तीलापुर डेंजर जोन तक, दहशत में लोग

​रेवती (बलिया)। घाघरा की मचलती लहरें गुरुवार की अलसुबह करीब 3 बजे 69.800 किमी पर करीब 50 मीटर तक स्थित स्लोव एवं लांचिंग एप्रन को बहा ले गई. ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना सिंचाई विभाग के कर्मियों को दिया गया. तत्पश्चात करीब 8 बजे से बचाव कार्य शुरू हो गया. नायलान क्रेट में एसी बैग डालकर उक्त स्थल पर डाला जा रहा है. नदी की धारा का बैक रोलिंग के साथ 68. 800पर टकराव हो रहा है. घाघरा ने दतहां से लेकर तीलापुर डेंजर जोन के बीच टीएस बन्धे पर तीसरी बार धावा बोला है. जिसकी वजह से घाघरा दियरांचल रहवासियों का दिन का चैन तथा रातों की नींद गायब हो गयी है. इससे पूर्व नदी प्राथमिक विद्यालय आसमानपुर के सामने स्थित बाढ चौकी के पूरब तथा किमी 70.00 पर अपनी तीव्र लहरों का जलवा दिखा चुकी है. यही नहीं तीलापुर से पूरब नदी किसानों की फसल को भी तेजी से अपने पेटे में लेती जा रही है. रामजी यादव, नन्हू यादव ,पशुराम सिंह, हीरा सिंह, काली प्रसाद, राशि यादव, श्रीकृष्ण, ढुन्नू यादव, मदन सिंह, शिवानंद यादव, शिव जी यादव, आदि किसानों की मक्का, धान, बाजरा की करीब 6 एकड़ से अधिक फसल को घाघरा लील चुकी है. घाघरा के प्रचंड वेग को देख घाघरा तटबंध निवासी परिवार सशंकित है कि नदी की धारा जर्जर हो चुके टीएस बन्धे को कहीं भारी क्षति न पहुंचा दे. ऐसे समय को ध्यान में रखते हुए यहां के निवासी अपना सामान पैक करके घरों में रखे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी बंधा बचाव के प्रति उतने संवेदनशील नहीं है जितना उन्हें होना चाहिए.

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