बलिया. जिले में पीने के शुद्ध पानी की किल्लत को लेकर बलिया लाइव ने कई खबरें प्रकाशित की हैं, अब इस दिशा में सरकारी स्तर पर बड़ा कदम उठाया जा रहा है. आर्सेनिक युक्त पानी से छुटकारा दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत आम जनता को गंगा और सरयू का शोधित पानी पिलाने की योजना पर काम शुरू किया है.
इसके लिए बलिया समेत प्रदेश के आठ जिलों की कार्ययोजना पर काम चल रहा है. इन जिले में सतही जल यानी नदी और तालाबों से शुद्ध पानी की सप्लाई होगी. सिर्फ बलिया जिले में ही 32 लाख लोगों के लिए 105 एमएलडी क्षमता के तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे. यह बलिया सदर, सिकंदरपुर व बैरिया में संयंत्र स्थापित किए जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक इन तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए यूपी जल निगम को करीब 42 एकड़ जमीन की जरूरत है, जिसमें से ग्राम समाज की 10 एकड़ जमीन अभी उपलब्ध है, शेष 32 एकड़ भूखंड किसानों से सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा राशि देकर जमीन अधिग्रहण किया जाएगा.
योजना के डीपीआर में मुआवजा राशि भी शामिल करने की कोशिश जारी है, इसके लिए प्रदेश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला की अगुवाई में प्रस्ताव बनाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक इस परियोजना में करीब 2000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी. सिकंदरपुर में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू भी कर दिया गया है. यूपी जल निगम के अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि स्वायल टेस्टिग शुरू हो चुकी है. मिट्टी की गुणवत्ता चेक करने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा. अभी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है, योजना को धरातल पर उतारने की कोशिश है. यहां के लोगों को सरयू नदी से पानी शोधित कर आपूर्ति की जाएगी.