हद है: लोकार्पण से पहले ही पं दीनदयाल उपाध्याय पुस्तकालय का फर्स ध्वस्त

ब्लाक मुख्यालय में विधायक निधि के लगभग 25 लाख की लागत से हुआ निर्माण, अभी फर्श और आगे दीवार और छत की बारी

नगरा(बलिया)। विधायक निधि से नगरा में 25 लाख की लागत से निर्मित पुस्तकालय का फर्श लोकार्पण से पहले ही छितरा गया. उसके निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल एक हफ्ते से हो रही बरसात ने खोल दी. खास यह कि इस पुस्तकालय को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से बनाया गया है.

क्षेत्रीय विधायक के बराबर निरीक्षण के बाद भी भाजपा के आदर्श पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर बनने वाले पुस्तकालय निर्माण के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने को लेकर तरह तरह के चर्चे हैं.

क्षेत्रीय लोगों की मांग पर क्षेत्रीय विधायक धन्नजय कन्नौजिया ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में लगभग 25 लाख में नगरा ब्लाक मुख्यालय के समीप पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर पुस्कालय एवं वाचनालय बनवाने के लिए अपने निधि स्वीकृति दिया था. पुस्तकालय एवं वाचनालय को निर्माण की जिम्मेदारी नगरा ब्लाक को सौंपी गई. कार्यदायी संस्था ब्लाक की देखरेख में पुस्तकालय का निर्माण होने लगा. कार्यकर्ताओ के कहने पर बीच बीच मे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए क्षेत्रीय विधायक भी आते रहे. बावजूद इसके निर्माण में मानक की अनदेखी होती रही. जब पुस्तकालय तैयार हो गया तो गुरुवार को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि पुस्तकालय के लोकार्पण के अवलोकन हेतु पहुंचे. उसी समय विधायक के पास आसपास के काफी संख्या में लोग जुट गए और वहां का नजारा देख ग्रामीण दंग रह गए. सफेद बालू से बना फर्श पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था. ग्रामीणों के सामने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने रहे. समाजसेवी कृष्णपाल यादव केपी ने कहा कि जो दल दीनदयाल जी को आदर्श मान रहा है. उसी के नाम पर भी लूट खसोट मचा रखे है. पुस्कालय मंदिर के समान होता है. उस मंदिर को भी नही बख्शा. इसकी जांच मुख्यमंत्री को करानी चाहिये.

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