बैरिया (बलिया)। पूर्व राष्ट्रपति व शिक्षक डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयन्ती “शिक्षक दिवस” पर छात्र छात्राओं में अपने गुरुजनों के सम्मान के प्रति जबरजस्त उत्साह देखने को मिला. लगा जैसे आज की सुबह कुछ जल्दी ही हो गई.
पूरी तैयारी के साथ विद्यार्थियों की चहल पहल रानीगंज, बैरिया आदि बाजारों में दिखने लगी. हमेशा सुबह साढ़े सात बजे के बाद खुलने वाली पुस्तकों की दुकानें आज जल्दी ही खुल गई थी. उन पर बच्चों की भीड़ और चहक दोनो सुबह सुबह उपस्थित हो गई.
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किसी ने अपने अभिभावक से पैसे मांग लाए थे तो कोई अपने जेब खर्च को बचा कर डा.राधाकृष्णन की तस्वीर, साज सज्जा के सामान और गुरुजनों को उपहार में देने के लिए कलम आदि खरीदने में रमे दिखे. खास यह कि इस दिन अपने गुरुजनों का सम्मान करना है का भाव लिए बच्चों के चेहरों पर जो चमक, जो ओज दिखा अद्भुत था.
विद्यालयों, कोचिंग संस्थाओं, शैक्षणिक केन्द्रों पर उत्साह का माहौल रहा. बच्चों की निर्दोष मुस्कान व कलरव लगभग हर शैक्षणिक संस्थानों पर बिखरी रही. खास यह भी कि आज के दिन का सारा आयोजन बच्चों द्वारा ही सम्पन्न किया गया. ज्ञान भारती हायर सेकेंडरी स्कूल में सर्व प्रथम जिनकी स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है उनके चित्र पर मल्यार्पण के उपरान्त शिक्षक रवीन्द्र सिंह, अनिल सिंह, वीरेन्द्र मिश्र, सत्येन्द्र शर्मा, त्रिवेणी तिवारी आदि ने डा राधाकृष्णन के जीवन के प्रेरक पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी. फिर छात्रों द्वारा सजाए गए उनकी कक्षाओं में केक काट कर जन्मदिन मनाया गया. शिक्षकों ने छात्रों को महान शिक्षाविद् डा. राधाकृष्णन के जीवन से प्रेरणा लेते हुए सभी विद्यार्थियों को शिक्षित, स्वस्थ, सुखी, अनुशासित व देशभक्त बनकर लोक कल्याण की भावना से ओतप्रोत नागरिक बनने का आशीर्वाद दिया.