सिग्नल कोर में ओआरएस आपरेटर के पद पर राजस्थान के अनूपगढ़ में तैनात थे, हृदयगति रुकने से निधन
मझौवां(बलिया)। थाना क्षेत्र के कृपालपुर गांव में शुक्रवार की शाम सेना के जवान का पार्थिव शरीर आते ही गांव सहित पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया. वहीं उनके परिजनों के रुदन, क्रंदन से सबका कलेजा फटा जा रहा था. पार्थिव शरीर को पचरुखिया गंगा घाट उनके बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दिया. इसके साथ ही शहीद जवान का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया.
कृपालपुर गांव निवासी नमो नारायण उपाध्याय के प्रथम पुत्र अरविंद उपाध्याय (40) जो देश की सेवा के लिए सन् 1997 में भर्ती हुए थे. वह सेना के सिग्नल कोर में ओआरएस आपरेटर के पद पर राजस्थान के अनूपगढ़ में तैनात थे. बुधवार को अचानक हृदयगति रुकने के कारण उनकी मृत्यु हो गई. जब यह सूचना गांव में पहुंची तो चारों तरफ हाहाकार मच गया. उनके परिवार का रोते-रोते बुरा हाल था.
शुक्रवार की देर शाम करीब 10 बजे उनका पार्थिव शरीर गांव आया तो उन्हें देखने के लिए ग्रामीणों का हजूम टूट पड़ा, मित्रों व रिस्तेदारों का ताता लगा रहा. रात में ही पचरुखिया गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. 12 वर्षीय बड़े पुत्र प्रियांशू ने मुखाग्नि दी. बता देें कि अरविंद दो भाई थे , जिनमें यह बड़े थे छोटे भाई की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी. अरविंद के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं. बेटो में एक 12 वर्ष और दूसरा 7 वर्ष का है, तथा एक लड़की 12वीं तथा दूसरी 9वीं कक्षा में है. उनकी मृत्यु से जहां पूरा क्षेत्र तथा गांव दुखी है.