दो टूक कहा, घोषणाओं को पूरा करे प्रशासन, वरना नहीं करूंगी शहीद पति का श्राद्ध
बिल्थरारोड (बलिया)। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के एसएसबी बनिहाल पोस्ट पर शहीद हुए उभांव थाना क्षेत्र के टंगुनिया गांव निवासी रामप्रवेश यादव की पत्नी चिंता देवी मंगलवार को अचानक मुख्य सम्पूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थनापत्र के साथ पहुंच गयी.
प्रार्थना पत्र सौंपते हुए वह बोली, शासन-प्रशासन द्वारा आश्वासन देने के बाद भी शहीद की स्मृति में अभी तक गांव में कोई विकास कार्य शुरू नहीं कराया गया. शहीद की पत्नी ने प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया है कि शहीद स्मारक के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई. पत्र में चेतावनी दी कि शहीद का श्राद्ध दिवस पांच अक्टूबर तक सड़क से घर तक मार्ग अवरोध नहीं हटाने और पूर्व में जन प्रतिनिधियों और प्रशासन द्वारा शहीद परिवार के लिए घोषित सुविधाओं को अमलीजामा नहीं पहनाया गया तो शहीद का श्राद्ध कार्य नहीं किया जायेगा. शहीद की पत्नी ने कहा कि बॉर्डर पर शहादत देने वालों की सोच यह नहीं होती कि उसके नाम पर ये काम होगा वो काम होगा, उनकी आस्था देश की सुरक्षा से जुड़ी होती है. फिर, शासन-प्रशासन उनकी शहादत को यादगार बनाने की सोच रखता है, तो अच्छी बात है. लेकिन घोषणाओं पर ईमानदारी से काम होना चाहिए.
Ap kisarakar me bhi dhan ki bandar bat ho rahi hai
जय जवान जय किसान के साथ जय परिवार जय गाँव होना जरूरी हैं शहीद के सम्मान में तत्तकाल वादे के अनुसार कार्य प्रारम्भ कर देना चाहिए।