रसड़ा(बलिया)। निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेतृत्व में संवैधानिक अधिकारों से वंचित मछुआ समुदाय के सैकड़ो लोगो ने मांगों के समर्थन में मंगलवार को तहसील का घेराव कर अपनी आवाज बुलंद किया. प्रदर्शनकारी हाईकोर्ट का आदेश पालन करने एवं अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनाये जाने सहित अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे थे. सूचना पर पहुचे तहसीलदार शिवधर चौरसिया को अपनी सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. चेताया कि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो ब्यापक आंदोलन छेड़ा जायेगा. तहसील प्रांगण में वक्ताओं ने मछुआ समुदाय के गौरवशाली इतिहास को व्याख्यान करते हुए कहा कि आज समाज सामाजिक बुराई एवं कुरूतियों में फसा हुआ है. शिक्षा के अभाव में अपने संबैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं था. जो अपने अधिकारों को लेने के लिये कोई कुर्बानी देने को तैयार है. निषादवादी समाज को राजनैतिक हथियार से अपना हिस्सा लेंने का आह्वान किया. इसके पूर्व संगठन के प्रदेश सचिव अर्जुन सिंह कश्यप के नेतृत्व में गांधी पार्क से अपनी मांगों के समर्थन में महिला पुरुष नारेबाजी करते हुये हाथों में तख्तियां लिये तहसील प्रांगण पहुचे. इस दौरान लोग मझवार जाति केवट, मल्लाह, राजगोंड, मुजाविर, माझी जाति को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र जारी करने एवं सुविधा दिये जाने की मांग करते हुये तहसील प्रांगण पहुंचे. इस मौके पर जिला प्राभारी संदीप कुमार, सुरेन्द्र निषाद, दयानन्द निषाद, राम अवध निषाद, जय राम निषाद, रामू निषाद, अच्छेलाल, जगदीश निषाद, श्री भगवान निषाद, राजेश निषाद, श्रीकांत निषाद, धनवती देवी, राधिका देवी, नीतू निषाद सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.