सरयू नदी के इतिहास में यह पहला अवसर था जब इस वर्ष रह रह कर खेत्रीय दियारों में क्रमशः चार बार बाढ़ का पानी चढ़ कर फसलो को अपने आगोश में ले लिया था. आखिरी बार फैले पानी में लगातार दस दिनों तक फसलें डूबी रह कर नष्ट हो गई हैं जिससे उनकी बुवाई में किसानों की लगी पूँजी बर्बाद हो गई है.