उनको मुखाग्नि उनके 6 वर्षीय पुत्र शौर्य प्रताप सिंह ने दिया. पवन की पुत्री सिद्धि 10 वर्ष पुत्र शौर्य प्रताप 6 वर्ष पत्नी गुंजन, माता जानकी देवी की रोते बिलखते देख हर किसी की आंखे नम हो गई.
जहां गुरूवार की रात्रि में हुए मुठभेड़ में वे शहीद हो गए. शुक्रवार की सुबह 6 बजे बीएसएफ के अधिकारियों ने हादसे की सूचना परिजनों को दी. जिसके बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई.