चौपाल में खेती पर हुई चर्चा, पौधरोपण

विकास खण्ड के शाहमुहम्मदपुर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में नेहरू युवा केन्द्र बलिया के तत्वावधान में शुक्रवार को पौधरोपण एवम् कृषि चौपाल का आयोजन किया गया.

आपदा राहत चेक न बंटने से किसानों में आक्रोश

तहसील क्षेत्र के आधे किसानों को अब तक आपदा राहत का चेक नहीं मिलने से जहां उनमें आक्रोश व्याप्त है. वही शासनिक व प्रशासनिक उपेक्षा से आहत हो वह उन्हें कोस रहे हैं.

सब्जियों की खेती करने वाले किसान तो तबाह हो गए

गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से लोगों की मुसीबते भी बढ़ने लगी है. हजारों एकड़ परवल की फसल जलमग्न हो गई है. अन्य सब्जियों की खेती भी बर्बाद हो गई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बोया गया मक्का, ज्वार और बाजरा की फसलें जल मग्न होकर चढ़ने लगी है.

अधिक उत्पादन करने वाले किसान पुरस्कृत होंगे

हर साल की तरह 23 दिसम्बर को चैधरी चरण सिंह की जयंती पर किसान सम्मान दिवस मनाया जाएगा. 23 दिसम्बर को क्रॉप कटिंग से प्राप्त परिणाम के आधार पर किसानों को सम्मानित किया जाता है.

बहेरा नाले के पानी में डूबी 500 बीघा धान की फसल

तहसील क्षेत्र के धनौती गांव के समीप पुलिया से निकलकर बहेरा नाला का पानी खेतों में फैल जाने से चार दर्जन किसानों की करीब 500 बीघा क्षेत्रफल मे खड़ी धान की फसल डूब गई है. सूचना पाकर मौके पर जुटे किसानों ने यदि तत्परता से पुलिया का मुंह बंद नहीं किया होता तो क्षति और अधिक बढ़ सकती थी.

किसानों को दी धान की फसल में कीट व रोग संबंधी जानकारी

नवानगर ब्लॉक अन्तर्गत रामपुर कटराई गांव में गुरुवार को कृषि विभाग द्वारा आयोजित कृषक प्रशिक्षण शिविर में कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को धान की फसल में कीट व रोग नियंत्रण सहित कृषि सम्बंधी अन्य सारगर्भित जानकारी दिया.

सूखा पड़ा तो भूखे मरना पड़ेगा, नहीं जुड़ाए खेत

पर्याप्त बारिश न होने के चलते सूखा पड़ने की आशंका से इलाकाई अन्नदाताओं की चिंता बढ़ती जा रही है. कारण, पानी के आभाव में धान की रोपाई के काम पर उल्टा असर पड़ रहा है. साधन संपन्न और नहरों के समीप वाले किसान तो अपने खेतों में धान की रोपाई का काम निर्बाध रूप से कर रहे हैं. भले ही नलकूप का पानी महंगा पड़ रहा है.

बलिया शहर में अंधेरा कायम रहा भिनसहरा तक

मंगलवार की रात हाईटेंशन तार टूट जाने से बलिया शहर की आधी से ज्यादा आबादी इस उमस भरी गर्मी में करवट बदल-बदल कर किसी तरह रात काटी. गौरतलब बात यह है कि भिनसहरा तक आपूर्ति बहाल नही की गई. कृषि मंडी के पास हाईटेंशन तार टूट गया था. बुधवार को दोपहर तक इसे ठीक नहीं किया गया. इसके चलते आसपास के गांव वाले भी परेशान रहे.

बलिया के किसान गोरखपुर के इंस्पेक्टर के भरोसे

बलिया कलेक्ट्रेट परिसर में एडीएम कार्यालय के बगल में भारत सरकार के मौसम विभाग नें ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन की स्थापना की थी, परंतु उसकी देखभाल की जिम्मेदारी किसी को नहीं सौंपी गई. नतीजतन वहां स्थान जंगल में तब्दील हो चुका है, मगर किसी के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है. हैरत की बात तो यह है कि जिला प्रशासन के पास इसके लिए फुरसत ही नहीं है.