यज्ञ समिति के सदस्यों के साथ स्वामी जी महाराज ने विधिवत यज्ञ स्थल का अवलोकन किया. उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलयुग में हरि नाम संकीर्तन मोक्ष प्राप्ति का मुख्य आधार है.
गौरतलब है कि आगामी जून माह के 16 तारीख को लक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज का चातुर्मास व्रत प्रारंभ हो जाएगा. अक्टूबर में सात दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा.