सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एवं आलाधिकारी के मिलीभगत से संचालित की जा रही है जिसको लेकर राज्य सड़क परिवहन निगम विभाग को लाखों लाख का हर महीने चूना लग रहा है. वहीं सड़क परिवहन निगम के विभाग के आलाधिकारी मूक दर्शक बन देख रहे हैं.