शिक्षा मित्रों के समर्थन में अब प्राइमरी व जूनियर शिक्षक भी

बलिया। मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर अनशन कर रहे शिक्षामित्रों के समर्थन में सोमवार को जिले के सभी प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल बन्द रहे. स्कूलों को बन्द करके कलक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने सभा की. दोपहर बाद करीब तीन बजे से बांह पर काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने नगर में जुलूस निकाला. उधर, अस्पताल में भर्ती तीन शिक्षामित्रों समेत सातों शिक्षा मित्रों का बेमियादी अनशन पांचवे दिन भी जारी रहा.

अनशन स्थल पर आयोजित सभा में शिक्षक नेताओं ने कहा कि इस महंगाई के दौर में शिक्षा मित्र मात्र 3500 रुपये पर काम कर रहे हैं. उनका परिवार कैसे चल रहा है, यह बात अधिकारियों और शासन-सत्ता में बैठे  लोगों को सोचना चाहिए. वक्ताओं ने शिक्षामित्रों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें कम  से कम  इतनी पगार तो मिलनी ही चाहिए कि वह अपना और परिवार का  खर्च सम्मान के साथ उठा सके. इस बात पर आक्रोश जताया गया कि शिक्षामित्र 16 दिसम्बर से आन्दोलन कर रहे हैं, 22 दिसम्बर से बेमियादी अनशन पर बैठे हैं, इसके बावजूद शासन/प्रशासन कान में तेल डालकर बैठा हुआ है.

चेतावनी दी गयी कि जब तक शिक्षा मित्रों की मांगें नहीं मान ली जाती आन्दोलन चलता रहेगा. सभी शिक्षक व शिक्षामित्र कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे. उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के बैनर तले बेमियादी अनशन स्थल पर रामईश्वर सिंह, जितेन्द सिंह, अवधेश सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए.

प्रदेश संरक्षक ने जाना भर्ती शिक्षामित्रों का हाल

बलिया। बेमियादी अनशन कर रहे शिक्षामित्रों में से जिला अस्पताल में भर्ती भार्गव प्रसाद गुप्ता, सुशीला वर्मा व गीता पाठक के स्वास्थ्य की स्थिति जानने के लिए सोमवार उ0प्र0 प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश संरक्षक शिव कुमार शुक्ल व वाराणसी मंडल  के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह व यहां पदाधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर भर्ती अनशनरत शिक्षामित्रों का उत्साह बढ़ाया. घोषणा की कि अगर दो-चार दिनों में मानदेय नहीं बढ़ा तो पूरे प्रदेश में आन्दोलन शुरू हो जाएगा.

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