
बलिया। राज्य महिला आयोग की सदस्या मीना चौबे ने बुधवार को लोनिवि के डाकबंगले में महिलाओं से जुड़ी जनसमस्याओं को सुना. इस दौरान प्रमुख रूप से दो समस्याएं आई, जिनका निस्तारण कराने का निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिया.
एक मामला महिला उत्पीड़न व दूसरा जमीनी विवाद से सम्बन्धित रहा. नई बस्ती जमुआ निवासी रीता सिंह ने अपने पति के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज होने के साथ पुलिस द्वारा अनावश्यक परेशान करने की बात कही. इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए श्रीमती चौबे ने एएसपी विजयपाल सिंह को निर्देश दिया कि अगर मुकदमा फर्जी है तो तत्काल वापस हो. वहीं एक महिला उत्पीड़न के मामले में प्रोबेशन अधिकारी व 181 की कर्मियों को जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सामाजिक सेवा के लिए घर से बाहर निकलने वाली महिलाओं के साथ पुलिस व महिला कल्याण विभाग समन्वय बनाकर महिला उत्थान के लिए कार्य करें. महिला जनसुनवाई के दौरान सामाजिक संस्था की संध्या पांडेय ने महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को रखा.
इस अवसर पर सीओ अवधेश चौधरी, महिला एसओ सरोज यादव, एसआई निलोफर बानो, प्रोबेशन अधिकारी केके राय आदि मौजूद थे.
महिलाओं को किया जाएगा जागरूक, उत्पीड़न पर आयोग उनके साथ
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राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना चौबे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महिलाओं का कहीं उत्पीड़न न हो, इस पर आयोग की पूरी नजर है. हर जिले में जाकर महिला जनसुनवाई की जा रही है, ताकि उनके गृह जनपद में न्याय दिलाया जा सके. उद्देश्य यही है कि महिलाओं को दर-दर भटकना नहीं पड़े.
श्रीमती चौबे ने बताया कि पिछले महीने हुई जनसुनवाई में आई आठ समस्याओं में चार का निस्तारण कराया गया. तीन समस्याओं का भी हल होने के कगार पर है. साथ में मौजूद प्रोबेशन अधिकारी केके राय ने बताया कि जिले में एक सेमिनार का जल्द आयोजन होगा, जिसमें महिला जनजागरूकता से जुड़ी जरूरी बातें बताई जाएगी. साथ ही ब्लाॅक स्तर पर भी कार्यशाला आयोजित कर महिलाओं के अधिकार व अन्य कानूनी जानकारियों को साझा किया जाएगा.
व्हाट्अप कर दर्ज करा सकती हैं शिकायत
राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना चैबे ने कहा कि अगर महिलाओं को अपनी समस्या बताने के लिए कहीं जाने से गुरेज है, तो वे व्हाट्अप के जरिए भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं. इसके लिए उन्हें 6306511708 पर व्हाट्अप करते समय साथ में अपना आधार कार्ड की फोटो खींचकर भेजना होगा. आधार कार्ड को सिर्फ पता की पुष्टि के लिए आईडी के तौर पर देना जरूरी है. उन्होंने प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया कि इस नम्बर को ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि इसका लाभ महिलाएं ले सकें.