नोटबंदी ने की आलू किसानों की बोलती बंद

गाजीपुर। जनपद के मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र में पांच सौ और एक हजार की नोट बंद किये जाने का असर आलू के व्यवसाय पर भी साफ साफ दिखाई दे रहा है. हालात तो यह है की बड़ी नोट चलन से बाहर हो जाने से व्यवसाय आलू की खरीद नहीं कर पा रहे है.

स्थानीय बाज़ार में एक पखवारा पूर्व करीब एक हजार रुपये क्विंटल तक बिकने वाला आलू आज पांच सौ रुपये क्विंटल पर आ गया है. इस समय आलू के खरीदार भी नहीं मिल रहे है. अभी भी बिशारद जी कोल्ड स्टोर मुहम्मदाबाद, बिशारद जी कोल्ड स्टोर रघुबरगंज, मां निस्तारिनी कोल्ड स्टोर प्रा०लि उतरांव, दुर्गा कोल्ड स्टोर समेत अनेक शीत गृहों में लगभग 25 से 30 प्रतिशत आलू डंप पडा है.

क्षेत्र के किसान एवं व्यवसायी जब अपने आलू की निकासी के लिए शीत गृह में जा रहे हैं और बड़े नोट दे रहें है तो शीत गृह संचालक उसे नहीं ले पा रहे है. हालात यह है की आलू की बुवाई का समय भी अब अपने अंतिम चरण में है. अगर यही हालात रहे तो शीत गृह संचालकों का किराया आदि की रकम तो बर्बाद होगी ही, साथ ही किसानों की पूंजी भी डूब जायेगी. और आलू को बाहर फेंकना पड़ सकता है.

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