घाघरा में बढ़ाव जारी, सहमे तटवर्ती गांवों के लोग

बिल्थरारोड(बलिया)। घाघरा नदी का जल स्तर सोमवार के अपराह्न 4 बजे खतरे के निशान को पार कर गया. जलस्तर के बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटान भी तेज हो गये है. तटवर्ती बाशिंदे बाढ़ आने की आशंका का भय सताने लगा है.

सोमवार को अपराह्न 4 बजे नदी के जलस्तर में लगातार बृध्दि जारी रहा. नदी का जलस्तर 64.070 मी. दर्ज किया गया. जो नदी के खतरे के निशान 64.010मी. के सापेक्ष 7 सेंमी. अधिक है. नदी के जलस्तर पर नजर रखने को जल आयोग व बाढ़ विभाग के अधिकारियों की सक्रियता तेज हो गई है. नदी के बहाव को देखते हुए तुर्तीपार रेगुलेटर व कोइली मुहान ताल का फाटक बंद कर दिया गया. इधर नदी के तटवर्ती इलाकों हल्दीरामपुर, रामपुर, छपिया, तुर्तीपार, मुजौना, खैरा, चैनपुर मठिया व छोटकी टंगुनिया के तटवर्ती इलाकाईयों में दहशत बढ़ सा गया है. हल्दीरामपुर व खैरा तुर्तीपार समेत चैनपुर मठिया में कटान तेज हो रहा है. जहां नदी की तेज धारा से टकराकर तेजी से तटवर्ती इलाकों का बड़ा हिस्सा नदी में समाने लगा है. उपजिलाधिकारी राधेश्याम पाठक ने बताया कि क्षेत्र में बाढ़ चौकिया सक्रिय कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि मैंने खुद ही नदी के तटवर्तीय गांवो का दौरा किया है. बाढ़ चौकियों पर नियुक्त कर्मचारियों को कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिये गये है.

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