
सिकन्दरपुर/बांसडीह (बलिया)। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के काजीपुर गांव में मड़हे के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी से तीन रिहायशी झोपड़ियां जल कर राख हो गईं तथा उसमें बंधी भैंस बुरी तरह से झुलस गई. उधर, बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के केवटलिया चौबे बलुआ में अज्ञात कारणों से लगी आग से आधा दर्जन रिहायशी झोपड़ियां जल कर खाक हो गईं व तीन बकरियां झुलस कर मर गईं. ग्रामीणों के अथक प्रयास से किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका.
सिकंदरपुर प्रतिनिधि के मुताबिक काजीपुर गांव के लल्लू पासवान की रिहायशी झोपड़ी के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजरा है, जिसमें से गांव के लोग अपने अपने मकानों के लिए केबल खींचे हैं. मंगलवार की रात लगभग 11 बजे तार से निकली चिंगारी से लल्लू के झोपड़ियों में आग लग गई. परिवार के लोग अंदर सोए हुए थे. अतः शुरुआत में उन्हें जानकारी नहीं हुई, जब आग पूरी तरह से फैल गई तब परिवार वालों को नींद खुली और वे शोर मचाना शुरू कर दिए. हालांकि तब तक तीन रिहायशी झोपड़ियां और उसमें बंधी एक भैंस बुरी तरह से झुलस चुकी थी.
बांसडीह प्रतिनिधि के मुताबिक केवटलिया चौबे के बलुआ में जगदेव राजभर व परिवार के सदस्य खान खाकर सो गए. इसी दरम्यान आग की लपटें उठने लगी. देखते ही देखते आग ने बिकराल रूप धारण कर पड़ोसी श्याम बिहारी, लुटावन राजभर के घर धुं धुं कर जलने लगे. परिवार के लोगों ने हो हल्ला मचाना शुरू कर दिया. पड़ोस के ग्रामीणों ने आग पर किसी तरह काबू पाया. इस हादसे में तीन परिवारों की छह झोपड़ियां जल कर खाक हो गई. उसमे रखा सारा सामान आनाज, कपडा, बर्तन आदि जलकर राख हो गया. इसमें श्याम बिहारी के दो बकरियां और लुटावन राजभर की एक बकरी मर गई . फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, लेकिन समय से नहीं पहुंच सका. आग बुझाने में शैलेन्द्र राजभर, बिरजू राजभर, शिवनारायण राजभर, राम लछन राजभर आदि लोग रहे.