दुबहर (बलिया)। श्रीमद्भागवत मुक्ति का मुख्य साधन है. ये बातें ग्राम पंचायत अखार के पुरवा बैजनाथ छपरा में भागवत कथा के दौरान सोमवार की शाम देवरिया से पधारे राघवेंद्र शास्त्री जी महाराज ने कही.
उन्होंने कहा की दुष्ट प्रवृत्ति के लोग अवगुण ग्रहण कर दूसरों में अवगुण निकालते हैं, लेकिन संत महात्माओं का जीवन परोपकार के लिए होता है. वे हमेशा गुण ग्रहण करते हैं. इस मौके पर यजमान रामाश्रय चौबे, वीरेंद्र नाथ चौबे, पंडित अश्विनी कुमार उपाध्याय, विश्वनाथ पांडेय, कृष्ण कुमार पाठक, राम टहल चौधरी, कमलेश पाण्डेय, रामेश्वर चौबे आदि मौजूद रहे.