जी हां, यह कहानी नहीं यथार्थ है. कहने को नगर पंचायत में 22 घण्टे बिजली मिलती है, लेकिन एक उपभोक्ता ने बिजली पर अपना दर्द यूं बयां कि “बिजली रानी के बिना मुश्किल है जीना, गर तूँ नहीं तो मुश्किल है पानी पीना.”
बताया जाता है कि बांसडीह तहसील अंतर्गत दरांव में पॉवर हाउस है. पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण हुसेनाबाद गाँव के पॉवर हाउस से बिजली की आपूर्ति दरांव से सुनिश्चित की गई. ताकि लोगों को पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध हो सके. आलम यह है कि इतने के बावजूद भी नगर पंचायत में तार न बदलने की वजह लोगों को अक्सर बिना बिजली के रहना पड़ रहा है. ऐसे में बिना बिजली के उमस भरी गर्मी को झेलना, बिना बिजली के कोई काम यानि मोटर भी चलेगा तभी पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा. तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
“आखिर कब तक साहब, कुछ तो रहम किया जाय”
बांसडीह नगर पंचायत के उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों से ध्यान आकृष्ट कराया है कि “जर्जर तार बदलकर त्वरित व्यवस्था बन जाती तो हम नगर पंचायत वासियों को इस संकट से निजात मिल जाती. कोई सुनने वाला नहीं है. हम कहाँ जाए साहब, कुछ तो रहम किया जाए. सरकार द्वारा समुचित व्यवस्था रहते हुए हम बिजली के बिना तड़प रहे हैं. विभाग भी नहीं ध्यान दिया तो हम अपने नेता से कहेंगे.”
बांसडीह विधानसभा क्षेत्र इकाई के समाजवादी पार्टी अध्यक्ष हरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि बाँसडीह नगर पंचायत के लोगों को बिजली के बिना काफी परेशानी होने की सूचना मिली है. जबकि हमारे नेता और बांसडीह के विधायक, नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी द्वारा हुसेनाबाद बाद में पॉवर प्लांट बैठाया गया. ताकि बिजली पर्याप्त मात्रा में मिल सके. बिजली मिल भी रही है, लेकिन नगर पंचायत में लोगों को तार न बदलने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अगर बिजली विभाग द्वारा त्वरित व्यवस्था नहीं किया गया तो हम अपने नेता से कहेंगे.
इसके लिए बांसडीह दशवत ब्रह्म स्थान पर कांग्रेस नेता अभिजीत तिवारी, सत्यम द्वारा आमरण अनशन, भूख हड़ताल किया गया तो सयुक्त मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी रही अन्नपूर्णा गर्ग ने बिजली विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर तार बदलने के लिए कहा. कुछ दूर ही तार बदलने के बाद फिर जस का तस रहा. अभी भी इलाहाबाद बैंक, पानी टँकी और कस्बे के अंदर रोज तार टूट रहे हैं. नगर वासियों ने कहा कि अगर जल्द समस्या का निदान नहीं होता है तो हम लोग अनशन के लिये बाध्य होंगे.