मझौवा (बलिया)। बैरिया तहसील अंतर्गत केहरपुर, सुघर छपरा के कटान पीड़ित शनिवार को सुघरछपरा ढाले पर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि जिला प्रशासन कटान पीड़ितों की एक सूत्री मांगों को पूरा करने का वादा तो की लेकिन ऐन समय पर आश्वासन पूरा होता नहीं दिख रहा. जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती आमरण अनशन जारी रहेगा.
आमरण अनशन सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान नागेन्द्र सिंह ने कहा कि कटान पीड़ितों ने अपने पूर्व के अनुभवों के आधार पर किनारों पर जीओ बैग लगा कर गाँवों को सुरक्षित करने की मांग की थी. जिला प्रशासन द्वारा इन मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद मुकर जाना वादाखिलाफी है. कहा कि 16 जून 2017 के ज्ञापन के माध्यम से चेताया गया था कि एक सफ्ताह के अंदर कटान से बचाव के लिए कोई कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया तो हम कटान पीड़ित आमरण अनशन पर बैठेंगे. बावजूद आज तक इस पर कोई पहल नहीं हुई. बाध्य होकर
कटान पीड़ित आमरण अनशन पर बैठे हैं. कहा कि मांगें पूरी होने तक यह आमरण अनशन जारी रहेगा. वक्ताओ ने और अगल बगल मे हो रहे कटान रोधी कार्यो पर भी वक्ताओं ने सवाल खडा किये. लापरवाही और लूट खसोट की साजिश कहे. अनशन पर बैठने वालों में कटान पीड़ित पवन ओझा,रामेश्वर दुबे,अश्वनी ओझा, सुरेश सिंह,पप्पू ओझा, शिवजी सिंह,राहुल बसर,राजेश प्रसाद,आकाश गुप्ता,अमित सिंह आदि लोग शामिल है.समाचार भेजे जाने तक शासन प्रशासन का कोई नुमाइंदा अनशनरत लोगों से मिलने अथवा वार्ता करने नहीं पहुंचा था.