बलिया। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने कहा कि सेक्टर आफिसर अपने-अपने मतदेय स्थलों के आब्जर्वर के रूप में कार्य करेंगे. उनकी जिम्मेदारी शुरू से अंत तक बहुत ही महत्वपूर्ण है. प्रत्येक सेक्टर आफिसर अपने सेक्टर के बारे में पूरी जानकारी रखें और अपने क्षेत्र में भ्रमण करते रहें.
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शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि सेक्टर आफिसर सुनिश्चित करेंगे कि मतदान केंद्रों पर बेसिक सुविधाएं उपलब्ध रहे. इस बात पर विशेष ध्यान देंगे कि बीएलओ पर कोई अनावश्यक हस्तक्षेप न करे और जो पात्र है वही वोटर बनें. महिलाओं को मतदाता बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि भवन का भौतिक सत्यापन कर लें. देख लें कि मतदान केंद्र पर पहुंचने का मार्ग ठीक होना चाहिए. मतदान केंद्रों पर रैम्प, शौचालय, पेयजल सुविधा, विद्युत व्यवस्था, फर्नीचर, टेलीफोन, इंटरनेट, बाउन्ड्रीवाल, शेड की मुकम्मल व्यवस्था हो.
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जिलाधिकारी ने कहा कि सेक्टर आफिसर पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान बीएलओ द्वारा किए जाने वाले कार्यों का पर्यवेक्षण करते रहेंगे. सभी बीएलओ को नाम, नम्बर सहित पूरा विवरण तहसील से प्राप्त कर लें. कुल 2409 मतदेय स्थलों के लिए 2409 बीएलओ नियुक्त हैं. भ्रमण के दौरान यह सुनिश्चित करेंगे कि यदि ईपी रेसियो किसी मतदेय स्थल पर अत्यधिक है तो उसके कारण का पता करेंगे. निर्वाचक नामावली में विद्यमान मतदाताओं का सत्यापन के दौरान जांच कर मृतक, शिफ्टेड, डबल अनर्ह व्यक्तियों के नामों को चिन्हित करने के कार्य का पर्यवेक्षण करेंगे. अर्ह महिला मतदाताओं के नाम शामिल कराने के लिए फार्म-6 भरवाएंगे. लोगों को बतायेंगे कि आवेदन भरकर तक अपने सम्बन्धित बीएलओ अथवा मतदान केंद्रों पर नियुक्त डेजीगनेटेड आफिसर को 31 अक्टूबर के पूर्व जमा कर दें. जिलाधिकारी ने इस बात पर भी जोर दिया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 01 जनवरी, 2017 को 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवा मतदाताओं के नाम सूची मे सम्मिलित कराने के लिए विशेष प्रयास करें. बैठक में एडीएम मनोज सिंघल, सभी एसडीएम सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे.
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