


बलिया. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चेत नारायण गुट) के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में सोमवार 9 अगस्त को कलेक्ट्रेट कम्पाउंड स्थित अंबेडकर संस्थान पर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का माल्यार्पण करके एक दिवसीय मौन व्रत धरना दिया गया.
शिक्षकों ने मांग की कि जिन शिक्षकों एवं कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी के दौरान कोविड-19 संक्रमित होने से मौत हुई उनके परिवार को कोरोना वारियर्स के बराबर ₹50 लाख रुपए दिये जाएं. अन्य मांगों में पुरानी पेंशन योजना की बहाली, वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अन्य कोविड-19 प्रभावित कर्मचारियों की भांति राहत सहायता प्रदान करना, उत्तर प्रदेश सेवा अधिकरण विधेयक 2021 वापस लेने व 9 मार्च 2019 को सरकार के साथ हुई सहमति जिसमें वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ₹15000 मानदेय आरटीजीएस के माध्यम से दिया जाए, स्थानांतरण की प्रक्रिया में आवश्यक संशोधन करते हुए इसे पारदर्शी एवं सरल बनाने संबंधी मांग प्रमुख है.
अरुण कुमार सिंह ने कहा कि जनपद स्तरीय मांगों में जीपीएफ से संबंधित सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के जीपीएफ लेखा शीर्ष 8338 के अंतर्गत जमा धनराशि पर दिनांक 1-4 – 2002 से वर्ष 2020-2021 तक ब्याज जिसका ट्रेजरी से आकलन कराकर 82,23,34,459 रुपए की मांग पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया द्वारा शिक्षा निदेशक ( मा०) शिक्षा पेंशन दो अनुभाग उत्तर प्रदेश प्रयागराज को भेजा गया है उस ब्याज की धनराशि अभिनव मुक्त करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री से मांग की गई है.
धरना की समाप्ति के पश्चात प्रदेश स्तरीय एवं जनपद स्तरीय मांग पत्र का माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी बलिया को सौंपा गया.

इस अवसर पर रामविलास सिंह यादव, जय प्रकाश मिश्रा, आनंद मोहन सिंह,सुदर्शन राम, डा.आत्मानंद सिंह, अयोध्या तिवारी,आलम सलीम, जय प्रकाश पांडे, बालचन्द राय, अनुज सिंह जयंत सिंह, पारसनाथ यादव, आशुतोष सिंह पारसनाथ राय, शशि भूषण आशुतोष सिंह, जयप्रकाश श्रीवास्तव, मुमताज अली, मधुसूदन सिंह, रामेश्वर पांडे, अमीन अख्तर, कन्हैया शर्मा, राजेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, संजय वर्मा, बृजेश सिंह, अनिल पांडे, उमेश चौबे, अनिल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)